नयी दिल्ली : आम आदमी पार्टी ने आज कहा कि कांग्रेस के साथ उसका कोई गंठजोड़ या तालमेल नहीं है. उसने सदन में अपने 18 मुद्दों पर बहुमत की उम्मीद जतायी और कहा कि इसमें विफल रहने पर वह बाहर हो जायेगी.
आप नेता योगेंद्र यादव ने यहां आज संवाददाताओं से कहा,जैसा कि हमने हमेशा कहा है, हमारे 18 मुद्दे हैं और 28 विधायक हैं, ज्यादा नहीं. उन्होंने कहा, हम विधानसभा सदन में जायेंगे और हम 18 में से प्रत्यके मुद्दे को आगे बढ़ाने की कोशिश करेंगे, जो हमें सत्ता में लेकर आये हैं, और हम उम्मीद करेंगे कि इन मुद्दों की प्रकृति और देश तथा दिल्ली की जनता के लिए इनके महत्व के चलते हमें सदन में बहुमत मिल जाएगा.
यदि हमें यह नहीं मिलता है तो हम हट जायेंगे. दोनों दलों के बीच किसी तरह के तालमेल के कयासों को खत्म करने की कोशिश करते हुए यादव ने कहा, मेरा मानना है कि अधिकांश सवाल और कयास राजनीति के पुराने व्याकरण से दिशा निर्देशित हो रहे हैं. साझा न्यूनतम कार्यक्रम, गंठबंधन, गठजोड़, तालमेल, गुप्त तालमेल, मैं एक बार फिर बताना चाहता हूं कि उस तरह का कुछ नहीं है. हमारे पास संख्या है, हम अपने एजेंडे को कार्यान्वित करने के लिए आगे बढ़ रहे हैं.
बिन्नी ने बताया, पार्टी और मेरे बीच कोई दरार नहीं है. ऐसा नहीं है कि मंत्री पद न मिलने पर मैं नाराज हुआ था. बिन्नी के कल पार्टी बैठक से उठकर चले जाने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह और कुमार विश्वास देर रात उनके घर गए और उसे मनाने की कोशिश की.
केजरीवाल ने कहा, हम विभागों पर काम कर रहे हैं. हम अपने घोषणापत्र को लागू करना शुरू कर चुके हैं. हम 18 मुद्दों पर दिल्ली सरकार के अधिकारियों से बातचीत कर रहे हैं. आप के नेता ने अपने मंत्रिमंडल में शामिल करने के लिए छह विधायकों की एक सूची कल उपराज्यपाल नजीब जंग को भेजी थी. इस सूची में मनीष सिसौदिया, राखी बिरला, सोमनाथ भारती, सौरभ भारद्वाज, गिरीश सोनी और सतेंद्र जैन के नाम शामिल थे.
केजरीवाल ने कहा कि उनके राजनैतिक गुरु अन्ना हजारे को शपथ ग्रहण समारोह में आने का निमंत्रण भेजा जाएगा. केजरीवाल ने लोगों को भी बड़ी संख्या में इस समारोह में भाग लेने के लिए रामलीला मैदान आने का निमंत्रण दिया.
केजरीवाल ने कहा कि जन लोकपाल विधेयक को पारित करना और स्वराज सुनिश्चित करना उनकी प्राथमिकता होगी.उन्होंने कहा, जहां तक जनलोकपाल और स्वराज की बात है, तो संविधान मंे लिखा है कि दिल्ली सरकार के पास कानून बनाने का अधिकार है. लेकिन अब मुझे बताया गया है कि केंद्र ने आदेश दिया है कि दिल्ली सरकार को कोई भी कानून बनाने से पहले उससे अनुमति लेनी होगी. यह आदेश गलत है और संविधान के खिलाफ है.
केजरीवाल ने कहा कि उनका मुख्य ध्यान निजी बिजली वितरक कंपनियों की ऑडिटिंग और सभी घरों में 700 लीटर मुफ्त पानी की आपूर्ति पर है.उन्होंने कहा, हम 24 घंटों के भीतर पानी की आपूर्ति पर काम करेंगे. हर कालोनी की अपनी समस्या है. हम बिजली दरों में कमी पर भी काम कर रहे हैं.
आप के नेता ने दोहराया कि उनकी पार्टी का किसी के साथ कोई गठबंधन या गुट नहीं है. हम दिल्ली के उन सभी कानूननिर्माताओं के साथ हैं, जिन्हें लगता है कि दिल्ली की समस्याओं को खत्म किया जाना चाहिए.केजरीवाल ने लोगों की परेशानियां और सुझाव सुनने के लिए आज अपने आवास पर जनता दरबार लगाया. उन्होंने लोगों को आश्वासन दिया कि प्रभार संभालते ही उनकी समस्याओं को प्राथमिक आधार पर लिया जाएगा.
लोगों ने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें सुरक्षा ले लेनी चाहिए क्योंकि उनका जीवन देश के लिए महत्वपूर्ण है.केजरीवाल ने सुरक्षा कवर लेने से विनम्रता के साथ इंकार करते हुए कहा कि उनके आसपास के लोग ही उनकी सुरक्षा हैं.
उन्होंने कहा, अगर मैं मुख्यमंत्री बनता हूं तो भी मैं पार्कों में लोगों से मिलना जारी रखूंगा. हम दिल्ली में ऐसा फ्लैट खोज रहे हैं, जहां मुझे ऐसा करने की सुविधा हो.उत्तरप्रदेश, हरियाणा, बिहार और दिल्ली के विभिन्न इलाकों से लोग केजरीवाल से मिलने आए और उन्हें अपनी समस्याएं बताईं. ये समस्याएं मुख्यत: अपर्याप्त जल आपूर्ति, बेरोजगारी, सीवर समस्या, सरकारी नौकरी में अनुबंध व्यवस्था, पार्किंग और अनाधिकृत कालोनियों से जुड़ी थीं.
रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों जोरों पर
मध्य दिल्ली स्थित ऐतिहासिक रामलीला मैदान में आम आदमी पार्टी (आप) के नेता अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियां जोरों पर हैं.उत्तर दिल्ली नगर निगम (एनडीएमसी) के जनसंपर्क अधिकारी योगेंद्र सिंह मान ने बताया कि रामलीला मैदान में मिट्टी भराई एवं जमीन समतल करने का काम पूरा हो चुका है और अब वे 15 एकड़ में फैले इस विशाल मैदान में स्वच्छता एवं शौचालय की व्यवस्था पर काम कर रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, केजरीवाल ने उप राज्यपाल नजीब जंग से कहा है कि वह 26 दिसंबर को शपथ ग्रहण करना पसंद करेंगे, हालांकि इस तारीख के बारे में एनडीएमसी को कोई आधिकारिक सूचना नहीं मिली है.
पार्टी में नहीं है कोई दरार
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने आज मंत्री पदों के मामले पर पार्टी में कोई भी दरार होने से इनकार करते हुए कहा कि पार्टी के विधायक विनोद कुमार बिन्नी उन्हें शामिल न किए जाने से नाराज नहीं थे.संभावित मंत्रियों की सूची में अपना नाम न पाने पर लक्ष्मी नगर के विधायक बिन्नी केजरीवाल के घर में चल रही बैठक छोड़कर चले गए थे. इसके एक दिन बाद ही केजरीवाल ने कहा कि विधायक को मंत्री पद में कोईरुचि नहीं थी. केजरीवाल ने कहा, ‘‘बिन्नी कल शाम को मेरे पास आए थे. उन्होंने मुझे बताया कि वे मंत्री पद नहीं चाहते और वे यहां एक अभियान के लिए हैं. बिन्नी ने कहा कि उन्होंने मीडिया को बता दिया है कि वे नाराज नहीं हैं.’’ बिन्नी ने अपनी ओर से कहा कि वे नाराज नहीं हैं और पार्टी में कोई दरार नहीं है.
पार्टी और मेरे बीच कोई दरार नहीं
बिन्नी ने बताया, ‘‘पार्टी और मेरे बीच कोई दरार नहीं है. ऐसा नहीं है कि मंत्री पद न मिलने पर मैं नाराज हुआ था.’’ बिन्नी के कल पार्टी बैठक से उठकर चले जाने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता संजय सिंह और कुमार विश्वास देर रात उनके घर गए और उसे मनाने की कोशिश की. लंबे समय तक चली मुलाकात के बाद सिंह और विश्वास बाहर आए और बोले, ‘‘कोई भी असहमति नहीं थी और यह सब मीडिया द्वारा ही पैदा किया गया था.’’