नयी दिल्ली : भाजपा ने दिल्ली में कांग्रेस के समर्थन से सरकार बनाने के आप के निर्णय पर आज हमला बोलते हुए कहा कि इसका मतलब है ‘‘कांग्रेस की पीछे के दरवाजे से वापसी.’’ भाजपा ने इसके साथ ही कहा कि इससे अरविंद केजरीवाल नीत पार्टी की राजनीति को साफ करने के उसके दावे का ‘‘पाखंड और दोहरा चरित्र’’ उजागर हो गया है.
आप द्वारा सरकार बनाने के लिए आगे बढ़ने की घोषणा के बाद भाजपा नेता हर्षवर्धन ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा, ‘‘आप.कांग्रेस की सरकार अपने में ही विरोधाभास है. एक ऐसी पार्टी विश्व की सबसे भ्रष्ट राजनीतिक पार्टी के साथ गठबंधन का फैसला कैसे कर सकती है जिसने भारतीय राजनीति को साफ करने की घोषणा की है.’’
आप को कांग्रेस की ‘‘बी टीम’’ बताने वाले वर्धन ने सरकार बनाने से पहले केजरीवाल द्वारा ‘‘जनता की राय’’ प्राप्त करने की आलोचना करते हुए कहा कि यह राजनीति के वास्तविक आयाम का ‘‘अपमान’’ है.
उन्होंने कहा, ‘‘आप शहर में विभिन्न स्थानों में कुछ सौ लोगों को एकत्रित करते हैं और अपने पक्ष या विरोध में राय देने के लिए कहते हैं, मेरा मानना है कि यह स्वराज के नाम पर लोकतंत्र का असली भावना नहीं है. मेरा मानना है कि यह लोकतंत्र के वास्तविक आयाम का अपमान है.’’उन्होंने कहा, ‘‘सभी को पता है कि आप को सत्ता साङोदारी पर सहमत होने का आग्रह करने वाले एसएमएस और ईमेल कांग्रेस मुख्यालय से भेजे गए.
वर्धन ने कहा, ‘‘यदि केजरीवाल वास्तव में जनता की आवाज सुनना चाहते थे तो एकमात्र विश्वसनीय प्रक्रिया दोबारा चुनाव थी लेकिन वह भाग गए.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ‘‘पीछे के दरवाजे से वापस आ गई है.’’उन्होंने बहुत जल्द मध्यावधि चुनाव की संभावना जताते हुए कहा कि उन्हें भरोसा है कि कांग्रेस ‘‘अपने छल कपट और भ्रष्टाचार की परंपरा से आप को काम नहीं करने देगी और मध्यावधि चुनाव जल्द होगा.’’