भोपाल/धार : मध्यप्रदेश का छोटा सा शहर धार मीडिया की सुर्खियां बन गया है.यहांस्थित भोजशाला में आज भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच जुमे की नमाज अता की गयी. इससे पहले वहां श्रद्धालुओं का प्रवेश बंद कर दिया गया था. प्रशासन ने पहल करते हुए धार सहित पड़ोसी जिलों में सतर्कत बढ़ा दी है. सीमाओं की भी चौकसी बढ़ा दी गयी है. नाराजउत्सवसमिति ने हवन का आयोजन भोजशाला के बाहर किया जिससे यहां तनाव का माहौल है. प्रशासन की ओर से यहां सुरक्षा के व्यापक इंतेजाम किए गए है. दस हजार सैन्यबल को यहां सुरक्षा के लिए लगाया गया है. निगरानी के लिए प्रशासन की ओर से जगह-जगह सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं.
क्या है तनाव का कारण
आज यानी 12 फरवरी को बसंत पंचमी का त्योहार है और इस दिन है शुक्रवार. भोजशाला में मंदिर-मस्जिद को लेकर वर्षों से विवाद है. 12 फरवरी को पंचमी का त्योहार है और इसी दिन जुम्मे की नमाज भी अदा की जानी है. भोजशाला में जहां हिंदू सरस्वती का मंदिर होने का दावा करते हैं वहीं मुस्लिम समाज इसे मस्जिद बताता है. भोजशाला को लेकर हिंदू और मुस्लिम समाज में कई वर्षो से विवाद रहा है यहीं कारण है कि भोजशाला को पुलिस सुरक्षा में छावनी में तब्दील कर दिया गया है. पुरातत्व विभाग ने (भोजशाला जिसके अधीन है ) वसंत पंचमी के अवसर पर सूर्योदय से दोपहर 12 बजे तक पूजा और दोपहर एक से तीन बजे तक नमाज की व्यवस्था की गयी है जिसे उच्च न्यायालय की खंडपीठ ने भी सही ठहराया है. इस व्यवस्था से भोजशाल उत्सव समिति नाराज है.
क्या है व्यवस्था
विवाद के बाद मंगलवार और वसंत पंचमी को हिंदुओं के लिए इसे खोला जाता है वहीं यहां शुक्रवार को नमाज की व्यवस्था की गयी. वर्तमान में भोजशाला पुरातत्व विभाग के अधीन है. वर्षो से चले आ रहे विवाद के बीच 2003, 2006 और 2013 को वसंत पंचमी शुक्रवार को होने के कारण पहले विवाद हो चुका है. 2003 में तो यहां हिंसा भी हुई थी. यहां इस वसंत पंचमी की तिथि के लगभग एक पखवाड़े पहले से ही धार में तनाव का माहौल देखा जा रहा है. इसलिए यहां सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बड़ी संख्या में रैपिड एक्शन फोर्स, केंद्रीय सुरक्षा बल के अलावा स्थानीय पुलिस बल को तैनात किया गया है.