नयी दिल्ली : केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री शीशराम ओला को श्रद्धांजलि देने के बाद लोकसभा की बैठक आज पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी.86 वर्षीय ओला का लंबी बीमारी के बाद कल गुड़गांव के एक अस्पताल में निधन हो गया था.
लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने सदन को ओला के निधन की जानकारी देते हुए कहा कि वह लोकसभा के लिए 5 बार और राजस्थान विधानसभा के सदस्य के तौर पर 8 बार निर्वाचित हुए.
वर्तमान लोकसभा में राजस्थान के झुंझुनू निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे ओला वर्ष 1957 से 1990 तक राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे और 1980 से 1990 तक राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे.
ओला ने 1996 से 1997 तक केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 1997 से 1998 तक केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का दायित्व संभाला तथा केंद्र सरकार में श्रम एवं रोजगार मंत्री रहे.
वर्ष 1968 में पद्म श्री से सम्मानित ओला ने ग्रामीण राजस्थान के दूरस्थ इलाकों में लड़कियों की शिक्षा और सामाजिक कार्यो में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
मीरा ने सदन को पूर्व सदस्य सोमराज रथ के निधन की भी जानकारी दी. रथ ने 8वीं लोकसभा में ओडिशा की अस्का सीट का प्रतिनिधित्व किया था और 3 बार राज्य विधानसभा के भी सदस्य रहे. उनका निधन 7 अक्तूबर 2013 को हुआ था.
राज्यसभा में भी दिवंगत केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री शीशराम ओला को श्रद्धांजलि देने के बाद की बैठक आज पूरे दिन के लिए स्थगित कर दी गयी. वह 86 वर्ष के थे.ओला का लंबी बीमारी के बाद कल गुड़गांव के एक अस्पताल में निधन हो गया.
सभापति हामिद अंसारी ने ओला के निधन का जिक्र करते हुए बताया कि जुलाई 1927 को राजस्थान के झुंझुनू जिले में जन्मे ओला ने समाज सेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया था. वर्ष 1968 में पद्मश्री से सम्मानित ओला गांधी बालिका निकेतन के अध्यक्ष थे.
वर्तमान लोकसभा में राजस्थान के झुंझुनू निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे ओला वर्ष 1957 से 1990 तक राजस्थान विधानसभा के सदस्य रहे और 1980 से 1990 तक राजस्थान सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे.
अंसारी ने कहा कि ओला 11 वीं, 12 वीं, 13 वीं, 14 वीं और वर्तमान लोकसभा के सदस्य थे. उन्होंने 1996 से 1997 तक केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और 1997 से 1998 तक केंद्रीय जल संसाधन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) का दायित्व संभाला. वह 2004 से 2009 तक केंद्र सरकार में खान मंत्री तथा जून 2013 से निधन तक श्रम एवं रोजगार मंत्री रहे.
सभापति ने कहा कि उनके निधन से देश ने एक योग्य प्रशासक और उत्कृष्ट सांसद को खो दिया है.इसके बाद सदस्यों ने कुछ पल मौन रह कर ओला को श्रद्धांजलि दी. दिवंगत मंत्री को श्रद्धांजलि देने के बाद बैठक दिन भर के लिए स्थगित कर दी गयी.