नयी दिल्ली : संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल ने आज कहा कि कुछ देश साइबर अपराधों में शामिल पाए गए हैं. उन्होंने कहा कि यह भी सामने आया है कि ये देश इस तरह की गतिविधियों को अंजाम देने के लिए उन लोगों की नियुक्ति कर रहे हैं जो सीधे उनसे जुड़े नहीं हैं.
आईटी उद्योगों के संगठन नास्कॉम के एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सिब्बल ने आज कहा, ‘‘आज जो हो रहा है, हम इस तथ्य को जानते हैं कि कुछ देशों नेसाइबर अपराध करने की तैयरियां कर रखी है. हम इस तथ्य को भी जानते हैं कि कई बार वे यह कार्य करने के लिए लोगों की नियुक्ति करते हैं.’’ उन्होंने कहा कि वास्त में ऐसे लोग ऐसी जगहों से काम करते हैं जो उनके देश में नहीं दिखते तथा हमले का कुछ हिस्सा दूसरी जगह से किसा जा सकता है. हालांकि, आईटी मंत्री ने किसी देश विशेष का नाम नहीं लिया. उन्होंने यह भी कहा कि साइबर अपराध से निपटने के लिए वैश्विक मानक बनाने की जरुरत है.
सिब्बल ने कहा, ‘‘आज इंटरनेट की दुनिया हमें यह जानने की अनुमति नहीं देती है कि हमला कहां से हुआ और किसने किया. न ही यह हमें हमलावार की पहचान के खुलासे की अनुमति देती है. हमें इसके लिए वैश्विक नियम बनाने की जरुरत है. इसके लिए वैश्विक संधि की जरुरत है.’’सिब्बल ने कहा कि ऐसे में नियम बनाना महत्वपूर्ण हो जाता है जिससे इंटरनेट की आजादी अराजकता में न बदलने पाए. पिछले महीने अजरबैजान के बाकू में इंटरनेट पर एक वैश्विक कार्यक्रम में सिब्बल ने कहा साइबर सुरक्षा को मजबूत करने के लिए राष्ट्रों के बीच बेहतर सहयोग और सूचनाओं के आदान प्रदान पर जोर दिया था.