एग्जिट पोल: राजस्थान में वापसी मध्यप्रदेश व छत्तीसगढ़ में कब्जा बरकरार
टेलीविजन चैनलों के एग्जिट पोल में दिखाये गये रुझान के मुताबिक भाजपा मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव जीतने के करीब है, तो दिल्ली में त्रिशंकु विधानसभा में पार्टी को बढ़त मिल सकती है. वहीं, मिजोरम में कांग्रेस बहुमत के करीब है. हालांकि, कहां-किसकी सरकार बनेगी, इसका पता तो आठ दिसंबर को ही चलेगा, जब वोटो की गिनती शुरू होगी.
नयी दिल्ली : आम चुनावों से पहले सेमीफाइनल माने जा रहे पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में बुधवार को राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में मतदान की प्रक्रिया पूरी हुई. राजनीति में पहली बार उतर रहे आप को दिल्ली के 70 सदस्यीय विधानसभा में 18 सीटें मिलती प्रतीत हो रही हैं. एग्जिट पोल के मुताबिक भाजपा राजस्थान में कांग्रेस को बेदखल कर सकती है,तो मध्यप्रदेश में सत्ता पर कब्जा बनाये रख सकती है. वहीं, छत्तीसगढ़ में भी वह मामूली रूप से बढ़त बनाये हुए हैं.
सीएनएन-आइबीएन-सीएसडीएस-द वीक, ‘टुडेज चाणक्या’, टाइम्स नाउ -सी-वोटर ने एग्जिट पोल में सभी तीनों बड़े राज्यों में भाजपा को बढ़त दिलायी है. दिल्ली में सर्वेक्षण में त्रिशंकु विधानसभा का अनुमान जताया गया है .
निगाहें मतगणना पर : अब निगाहें मतगणना पर हैं. इसके बाद स्पष्ट हो जायेगा कि किस राज्य में किसकी सरकार बनेगी. जनता ने तो अपनी पसंद के उम्मीदवार और दल का भाग्य इवीएम में कैद कर दिया है. छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में मतगणना जहां 8 दिसंबर को होगी, वहीं मिजोरम में मतों की गणना 9 को.
कई मुद्दे रहे हावी : इन चुनावों में कई तरह के मुद्दे और फैक्टर हावी रहे. कांग्रेस ने जहां केंद्र की योजनाओं और विकास को लेकर जनता को लुभाने का काम किया. वहीं भाजपा ने अपने पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के दम पर कमल खिलाने का प्रयास किया. छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश में भाजपा की मौजूदा सरकारों ने विकास के कार्यो को गिनाया, तो राजस्थान व दिल्ली में कांग्रेस ने.
मोदी फैक्टर : इन राज्यों में चुनाव की घोषणा से कुछ समय पूर्व ही नरेंद्र मोदी को भाजपा ने अपनी कमान सौंपी. वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी के बाद पार्टी और कार्यकर्ताओं के बीच उनकी लहर चली. मोदी ने मिजोरम छोड़कर चारों राज्यों में सभाएं कीं. यदि एग्जिट पोल सही साबित होते हैं, तो पार्टी में कद बढ़ना तय है.
रिकॉर्ड मतदान : पांचों राज्यों में इस बार मतदान का प्रतिशत काफी अच्छा रहा. मतदाताओं ने अपनी सरकार को चुनने के लिए उत्साह के साथ मतदान किया, विशेषकर युवाओं ने. चुनाव के पहले और बाद में आयी मतदाताओं की प्रतिक्रि याओं में भ्रष्टाचार और महंगाई का रोष दिखा.
सीएनएन-आइबीएन-सीएसडीएस-द वीक, ‘टुडेज चाणक्या’, टाइम्स नाउ -सी-वोटर ने एग्जिट पोल में सभी तीनों बड़े राज्यों में भाजपा को बढ़त दिलायी है. दिल्ली में सर्वेक्षण में त्रिशंकु विधानसभा का अनुमान जताया गया है .
निगाहें मतगणना पर
अब निगाहें मतगणना पर हैं. इसके बाद स्पष्ट हो जायेगा कि किस राज्य में किसकी सरकार बनेगी. जनता ने तो अपनी पसंद के उम्मीदवार और दल का भाग्य इवीएम में कैद कर दिया है. छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश, राजस्थान और दिल्ली में मतगणना जहां 8 दिसंबर को होगी, वहीं मिजोरम में मतों की गणना 9 को.
कई मुद्दे रहे हावी : इन चुनावों में कई तरह के मुद्दे और फैक्टर हावी रहे. कांग्रेस ने जहां केंद्र की योजनाओं और विकास को लेकर जनता को लुभाने का काम किया. वहीं भाजपा ने अपने पीएम पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के दम पर कमल खिलाने का प्रयास किया. छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश में भाजपा की मौजूदा सरकारों ने विकास के कार्यो को गिनाया, तो राजस्थान व दिल्ली में कांग्रेस ने.
मोदी फैक्टर : इन राज्यों में चुनाव की घोषणा से कुछ समय पूर्व ही नरेंद्र मोदी को भाजपा ने अपनी कमान सौंपी. वरिष्ठ नेताओं की मौजूदगी के बाद पार्टी और कार्यकर्ताओं के बीच उनकी लहर चली. मोदी ने मिजोरम छोड़कर चारों राज्यों में सभाएं कीं. यदि एग्जिट पोल सही साबित होते हैं, तो पार्टी में कद बढ़ना तय है.
रिकॉर्ड मतदान : पांचों राज्यों में इस बार मतदान का प्रतिशत काफी अच्छा रहा. मतदाताओं ने अपनी सरकार को चुनने के लिए उत्साह के साथ मतदान किया, विशेषकर युवाओं ने. चुनाव के पहले और बाद में आयी मतदाताओं की प्रतिक्रि याओं में भ्रष्टाचार और महंगाई का रोष दिखा.
कांग्रेस और आप से आगे है भाजपा . दोनों दूसरे स्थान के लिए लड़ रही हैं. कोई हमारे वोट बैंक में सेंध नहीं लगा सकता.
हर्षवर्धन, भाजपा
लोग तैयार हैं और उन्होंने भ्रष्ट लोगों को हटाने का मन बना लिया है. मैं परिणाम को लेकर आश्ववस्त हूं. यह जनता की जीत होगी.
अरविंद केजरीवाल. आप
दिल्ली की जनता उसे ही वोट दे जिसने काम किया. कांग्रेस का मुकाबला भाजपा के साथ है और नरेंद्र मोदी का यहां कोई असर नहीं पड़ेगा.
शीला दीक्षित, कांग्रेस