किसामा (नगालैंड): राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने आज यहां कहा कि समावेशी एवं स्थायी विकास और विकास संबंधी लाभ का न्यायसंगत बंटवारा सुनिश्चित करने के लिए शांति एवं सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखना जरुरी है.
उन्होंने कहा, ‘‘ शांति और सुरक्षा के बिना विकास हासिल करना संभव नहीं है. मैं सभी संबद्ध लोगों से राज्य में शांतिपूर्ण वातावरण स्थापित करने की दिशा में काम करने की अपील करता हूं ताकि कम से कम समय में युवा अपने सपनों को साकार कर सकें.’’ राष्ट्रपति ने कहा कि उनका बार बार पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा करना इन राज्यों की रणनीतिक महत्ता को दर्शाता है.
मुखर्जी ने कहा, ‘‘राष्ट्रपति पद ग्रहण करने के बाद से 16 महीने में मैंने तीन बार असम, दो बार नगालैंड, दो बार सिक्किम की यात्रा के अलावा मणिपुर, मेघालय, त्रिपुरा एवं अरणाचल प्रदेश की यात्रा की है. केवल मिजोरम बचा है और मैं जल्द ही वहां जाना चाहता हूं.’’ राष्ट्रपति ने कहा कि चीन, म्यांमा, भूटान, बांग्लादेश और नेपाल की सीमा से सटा पूर्वोत्तर भारत देश और दक्षिण पूर्व एशिया के बीच का प्राकृतिक पुल है.