नयी दिल्ली : पेट्रोल के बढ़ते दाम से हर कोई त्रस्त है. पर अब दिल्ली सरकार ने पेट्रेल के दाम का कम करने का मन बनाया है. यह चुनावी दांव और वोटरों को लुभाने का ही एक तरीका है.
सरकारी ऑयल कंपनियां दिल्लीविधानसभा के लिए 4 दिसंबर को होने वाली वोटिंग से पहले पेट्रोल के दाम घटा सकती हैं. हालांकि, कंपनियों के एग्जिक्यूटिव्स इस बारे में फैसला लेने से पहले ऑयल मिनिस्ट्री से संकेत मिलने का इंतजार कर रहे हैं.
सरकारी कंपनियां 15 दिनों में एक बार कीमतों को रिव्यू करती हैं, लेकिन नवंबर मध्य में इन्होंने कीमतों में कोई बदलाव नहीं किया. हालांकि, इंपोर्टेड गैसोलीन की रुपए में कॉस्ट में इस दौरान बदलाव आया था, जिससे ये कंपनियां फ्यूल के रेट्स करीब 1 रुपया घटा सकती थीं.
कीमतों में पिछली बार बदलाव 31 अक्टूबर को किया गया था, उस वक्त दिल्ली में पेट्रोल के दाम 1.38 रुपए घटाए गए थे. इसके बाद भी इंटरनेशनल मार्केट में तेल के दाम घटे हैं, हालांकि इस दौरान रुपया मामूली कमजोर हुआ है. इंडस्ट्री के अधिकारियों का हालांकि कहना है कि अगर महीने के बाकी दिनों में भी यह फेवरेबल ट्रेंड जारी रहता है तो कीमतों में कटौती की जा सकती है. ऐसा इसलिए भी किया जा सकता है क्योंकि कंज्यूमर्स को नवंबर मध्य में ऐसी रियायत नहीं दी गई थी.