पटना : बिहार में कानून व्यवस्था ठप होने का आरोप लगाते हुए भाजपा ने आज कहा कि नीतीश कुमार को रिपोर्ट कार्ड में अपनी विफलताओं की भी चर्चा करनी चाहिए थी.भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आज कहा कि नक्सली वारदातों में जहांदूसरे राज्यों में कमी आयी है वहीं बिहार में इन वारदातों में 41 फीसदी का इजाफा क्यों हुआ है.
उन्होंने कहा कि बिहार में आतंकी घटनाओं के पीछे सुरक्षा में चूक के लिए कौन जिम्मेवार है यह मुख्यमंत्री को बताना चाहिए था. मोदी ने कहा कि क्या आतंकवाद और नक्सलवाद को लेकर बिहार सरकार की नरमी और उदासीनता इसके लिए जिम्मेवार नहीं है.
उन्होंने कहा कि चाहे वह कांटी ताप बिजली घर के आधुनिकीकरण का मामला हो, गंगा पथ, एम्स से दीघा तक एलिवेटेड रोड, बिहार संग्रहालय का निर्माण और बेतिया मेडिकल कॉलेज आदि की बात हो तो यह वर्तमान बिहार सरकार के पांच महीने के कार्यकाल की उपलब्धियां नहीं रही है.
मोदी ने दावा किया कि योजनाओं के कार्यान्वयन और स्वीकृति में भाजपा के मंत्रियों का भी योगदान रहा है. अब तक की जितनी भी विकास योजनाओं का मुख्यमंत्री ने शिलान्यास या उदघाटन किया है, उनमें भाजपा बराबर की भागीदार रही है जिसकी उन्हें चर्चा करनी चाहिए थी.
भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि भाजपा ने मुख्यमंत्री से मांग की थी इस वर्ष बिहार सरकार रिपोर्ट कार्ड को दो भाग में जारी करे. पहला रिपोर्ट कार्ड उन सात महीनों का हो जिसमें भाजपा भी समान रुप से भागीदार रही है और दूसरा, गठबंधन टूटने के बाद के पांच महीनों का रिपोर्ट कार्ड होता जिसमें वे अपनी सरकार की उपलब्धियों और विफलताओं को बताते.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा रिपोर्ट कार्ड पेश किए जाने के समय कहा गया कि प्रदेश की पिछली सरकार के कार्यकाल में सुशासन नहीं था. इस आरोप पर कड़ी आपत्ति जताते हुए राजद नेता राबड़ी देवी ने कहा कि उनकी सरकार के समय बिहार में संप्रदायिकता, अफसरशाही, घर-घर शराब की दुकान, सामूहिक बलात्कार और सिलसिलेवार धमाके नहीं हुए थे.
बिहार सरकार द्वारा आज जारी रिपोर्ट कार्ड को इस बार भी झूठ का पुलिंदा बताते हुए राबड़ी ने कहा कि उनकी पार्टी आगामी 28 नवंबर को जनता के समक्ष असली रिपोर्ट पेश करेगी.