चेन्नई: चक्रवात ‘फैलिन’ और ‘हेलेन’ का दंश झेलने के कुछ ही दिन बाद आंध्रप्रदेश पर अब एक और चक्रवात ‘लहर’ का खतरा मंडरा रहा है जो 28 नवंबर को उसके तट को पार करेगा. भारतीय मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात ‘लहर’ आज साढ़े ग्यारह बजे पोर्ट ब्लेयर के पूरब-दक्षिणपूरब में करीब 230 किलोमीटर की दूरी पर अंडमान सागर में केंद्रित था और आज रात उसके अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह को पार करने की आशंका है.
उसके बाद वह बंगाल की खाड़ी के दक्षिण पूर्व हिस्से में उभरेगा और फिर धीरे-धीरे भयंकर चक्रवाती तूफान का रुप लेगा. भारतीय मौसम विभाग की रिपोर्ट का हवाला देत हुए आंध्रप्रदेश के आपदा प्रबंधन आयुक्त सी पार्थसारथी ने आज शाम यहां संवाददाताओं से कहा कि चक्रवात ‘लहर’ पश्चिम-उत्तरपश्चिम दिशा में आगे बढ़ेगा एवं 28 नवंबर को पूर्वाह्न को मछलीपटनम और कलिंगपटनम के बीच काकीनाडा के समीप आंध्रप्रदेश के तट को पार करेगा.
उन्होंने कहा कि किसानों, मछुआरों और अन्य लोगों को इस भयंकर चक्रवाती तूफान के मद्देनजर तैयारी कर लेनी चाहिए क्योंकि तैयारी के लिए अब भी चार दिन का समय है. मौसम विभाग के अनुसार उसके प्रभाव में आंध्रप्रदेश, तमिलनाडु, ओड़िशा और तटीय एवं अंदरुनी कर्नाटक में बारिश होगी. इसी सप्ताह शुरु में हेलेन की वजह से छह लोग मारे गए थे और 1.69 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को नुकसान पहुंचा था.