न्यूयार्क : रिलायंस इंडस्टरीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा है कि भारत आर्थिक वृद्धि के मोर्चे पर एक और लंबी छलांग लगाने की स्थिति में है, हालांकि, इसके साथ ही उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि आर्थिक विस्तार का मार्ग तभी प्रशस्त होता है जब सरकार नियामकीय शिकंजा कुछ ढीला रखती है.
अंबानी ने वैश्विक सलाहकार कंपनी मेकिंजी द्वारा संपादित पुस्तक ‘रिइमेजिनिंग इंडिया : अनलॉकिंग द पोटेंशियल ऑफ एशियाज नेक्स्ट सुपरपावर’ में लिखे निबंध ‘मेकिंग द नेक्स्ट लीप’ में लिखा है, ‘‘मेरा मानना है कि भारत प्रगति के रास्ते पर आज एक और लंबी छलांग के लिए तैयार है. वैश्विक अर्थव्यवस्था तथा वैश्विक मामलों में भारत का वजन बढ़ेगा.’’अंबानी ने जोर देकर कहा है कि भारत को आगे बढ़ने के लिए बड़े व व्यापक कदम उठाने चाहिए, कमजोर नहीं.
उन्होंने कहा कि पुराना भारत एक पूरी तरह के नए भारत के लिए जगह बना रहा है. हालांकि, बेहतर विकास और नई गतिविधियां अन्य को काफी पीछे छोड़ देगी.अरबपति उद्योगपति ने कहा कि वंचित करोड़ों भारतीयों का सशक्तीशरण तथा युवाओं को रोजगार सिर्फ नागरिकों, उद्योगपतियों तथा सरकार के मिलकर काम करने से हो सकता है.
अंबानी ने कहा ‘‘पिछले दो दशकों से यही सबक मिलता है, सरकार ने जब नियामकीय सख्ती को कुछ ढीला किया तभी अर्थव्यवस्था तेजी के साथ आगे बढ़ी।’’ उन्होंने कहा कि वर्ष 2030 तक भारत जनसंख्या के मामले में चीन को पीछे छोड देगा और डालर के हिसाब से यह दुनिया का तीसरा बड़ी अर्थव्यवस्था होगी.