पटना : एनआईए ने बिहार में इस वर्ष बोधगया और पटना में हुए सिलसिलेवार धमाका मामलों में संलिप्त रहे प्रतिबंधित संगठन इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के पांच फरार इनामी आरोपियों की तस्वीर एवं सूची आज जारी कर दी है. दिल्ली स्थित एनआईए मुख्यालय द्वारा जारी इस सूची में इन धमाकों के आरोपी तहसीन अख्तर उर्फ मोनू, हैदर अली उर्फ अब्दुल्लाह, नौमान अंसारी, तौफीक अंसारी और मोजिबुल्लाह के नाम, फोटो एवं पते शामिल है.
तहसीन अख्तर उर्फ मोनू और हैदर अली उर्फ अब्दुल्लाह की गिरफ्तारी के लिए एनआईए ने दस-दस लाख रुपये ईनाम की घोषणा की है. तहसीन की बोधगया और पटना सिलसिलेवार धमाकों के अलावा 21 फरवरी 2013 को हैदराबाद में हुए धमाकों के साथ एनआईए द्वारा वर्ष 2012 के एक मामले में तलाश है. तहसीन बिहार के समस्तीपुर जिला के कल्याणपुर थानांतर्गत मनियारपुर गांव निवासी मो वसीम अख्तर का पुत्र है.
वहीं, हैदर अली उर्फ अब्दुल्लाह की तलाश बोधगया और पटना सिलसिलेवार धमाकों के अलावा एनआईए द्वारा वर्ष 2012 के एक मामले में तलाश है. अब्दुल्लाह झारखंड के रांची स्थित डोरंडा के लाइन मुहल्ला निवासी और बिहार के औरंगाबाद जिला के मदनपुर थानांतर्गत खरियम्मा का निवासी है. बोधगया और पटना सिलसिलेवार धमाकों के तीन अन्य आरोपियों नौमान अंसारी, तौफीक अंसारी और मोजिबुल्लाह की गिरफ्तारी के लिए एनआईए ने पांच-पांच लाख रुपये ईनाम की घोषणा की है. नौमान, तौफीक झारखंड की राजधानी रांची के ध्रुवा थाना सिथियो गांव निवासी है तथा मोजिबुल्लाह झारखंड की राजधानी रांची के ओरमांझी थाना अंतर्गत चकला गांव निवासी हैं.
एनआईए के वेबसाइट पर जारी की गयी इस सूची में इंडियन मुजाहिदीन (आईएम) के इन पांचों आतंकियों के बारे में जानकारी एनआईए के पुलिस अधीक्षक कार्यालय में तथा 011-23438200, 08285100100 तथा 09654447345 फोन नंबरों पर दिए जाने की अपील की गयी है. आईएम के इन आतंकियों के बारे में जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी. उल्लेखनीय है कि 27 अक्तूबर को पटना में भाजपा की हुंकार रैली के पूर्व गांधी मैदान में हुए सिलसिलेवार धमाकों में छह लोगों की मौत हो गयी थी, जबकि 82 अन्य घायल हो गए थे. इस रैली को भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को संबाधित करना था.
बिहार सरकार के अनुरोध पर एनआईए ने पटना रेलवे स्टेशन और गांधी मैदान में हुए सिलिसिलेवार धमाकों की जांच अपने हाथ में ले ली है तथा इन धमाकों से संबंधित दस्तावेज राज्य पुलिस ने उसके हवाले कर दिया है. पिछले 27 अक्तूबर को पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या दस के एक शौचालय में हुए धमाके के बाद पुलिस ने इम्तेयाज अंसारी उर्फ आलम तथा उस धमाके में गंभीर रुप से घायल हो गए ऐनुल उर्फ तारिक को गिरफ्तार किया था. पटना धमाके मामले में बिहार पुलिस ने पूर्वी चंपारण जिला के कल्याणपुर थाना अंतर्गत अलौला गांव निवासी ताबिश न्याज उर्फ अरशद को भी गिरफ्तार किया था.
पटना रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या दस के एक शौचालय में हुए धमाके में गंभीर रुप से घायल ऐनुल की इलाज के क्रम में मौत हो गयी थी. इससे पूर्व पिछले सात जुलाई को बिहार के गया जिला के बोधगया स्थित महाबोधि मंदिर परिसर और उसके आसपास हुए 10 सिलसिलेवार धमाकों में दो बौद्ध भिक्षु घायल हो गए थे. बिहार सरकार के अनुरोध पर एनआईए इस मामले को भी अपने हाथों में लेकर इसकी जांच कर रही है.