मुंबई : कांग्रेस की मुंबई इकाई के अध्यक्ष जनार्दन चान्दूरकर ने यह कह कर विवाद खड़ा कर दिया है कि उन लोगों से देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान वापस ले लिया जाना चाहिए जो सांप्रदायिक ताकतों की तारीफ करते हैं. चान्दूरकर ने हालांकि सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर का नाम नहीं लिया लेकिन साफ तौर पर जाहिर होता है कि उन्होंने यह बात लता को लक्ष्य कर कही है.
हाल ही में लता ने कहा था कि वह गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहती हैं. लता देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से सम्मानित की जा चुकी हैं.
यहां आयोजित एक समारोह में चान्दूरकर ने कहा जो लोग सांप्रदायिक ताकतों का गुणगान करते हैं, उन्हें दिए गए सभी पुरस्कार और सम्मान वापस ले लिये जाने चाहिए. उन्होंने हालांकि स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी का नाम नहीं लिया है.
मेरा आरोप किसी एक व्यक्ति के खिलाफ नहीं है बल्कि (सांप्रदायिक ताकतों का समर्थन करने की) इस प्रवृत्ति के खिलाफ है. हमारे देश में सम्मान दिए जाते हैं, समाज इन लोगों को एक आदर्श के तौर पर देखता है और इन्हें प्यार करता है. चान्दूरकर ने कहा जाति, समुदाय आदि से हट कर लोग इन्हें प्यार देते हैं. ऐसी स्थिति में अगर ये लोग (पुरस्कार पाने वाले लोग) सांप्रदायिक ताकतों का समर्थन करने का फैसला करते हैं तो उन्हें दिया गया सम्मान निर्थक हो जाता है.
कांग्रेस नेता ने कहा समाज जिन लोगों को भरपूर प्यार देता है, अगर वह लोग राजनीति में शामिल होना चाहते हैं तो उन्हें आगे आना चाहिए और राजनीति करनी चाहिए. पुणे में हाल ही में आयोजित एक समारोह में भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी को लता मंगेशकर के रुप में एक पक्का समर्थक मिला. लता ने कहा कि वह मोदी को प्रधानमंत्री बनते देखना चाहती हैं.