मुंबई: प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का नाम कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले से जोड़ने के लिए विपक्ष की आलोचना करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रफुल्ल पटेल ने उनकी व्यक्तिगत ईमानदारी की सराहना की और कहा कि अगर हर फैसले को लेकर व्यक्तिगत ईमानदारी पर सवालिया निशान लगने लगे तो निर्णय लेने की प्रक्रिया बाधित हो सकती है.
पटेल ने संवाददाताओं से कहा, ‘ कोई भी प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह की व्यक्तिगत ईमानदारी पर सवाल नहीं उठा सकता. यह कहना कि आवंटन अनियमित था या लीक से हटकर था या मनमोहन सिंह या किसी अन्य प्रधानमंत्री द्वारा अवैध तरीके से किया गया था, सबसे गलत बात होगी.’ उन्होंने कहा, ‘ इससे एक और बात जो सामने आ रही है वह यह है कि यदि तमाम सरकारी प्रक्रियाओं में सभी व्यक्तिगत ईमानदारी पर सवाल उठाने लगे तो, एक ऐसा समय आएगा जब सरकार में कोई भी निर्णय नहीं ले सकेगा.’
पटेल ने कहा, ‘ मैं सरकार में हूं और मैं जानता हूं कि वरिष्ठ नौकरशाह, आईएएस अधिकारी और नेताओं को भी वृहत हित को ध्यान में रखते हुए निर्णय लेना होता है. भारत को विकास और निर्णय लेने के समर्थ की जरुरत है.’