देहरादून: हिमालय की उंची चोटियों पर स्थित विश्वप्रसिद्ध गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट छह महीने के अंतराल के बाद अक्षय तृतीया के पावन पर्व पर आज श्रद्धालुओं के लिये खोल दिये गये. इसके साथ ही चारधाम यात्रा का शुभारंभ हो गया.
उत्तरकाशी जिले के डूंडा इलाके के उप जिलाधिकारी केके सिंह ने यहां बताया कि मां गंगा को समर्पित गंगोत्री मंदिर के कपाट आज विधिपूर्वक अपराह्न 2. 25 बजे श्रृद्धालुओं के लिये खोल दिये गये.
उन्होंने बताया कि वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मौजूदगी में मंदिर के रावल (मुख्य पुजारी) पंडित रमेशचंद्र सेमवाल ने मंदिर के दरवाजे पर लगा ताला खोला और मां गंगा की मूर्ति को पुनर्स्थापित किया. इससे पहले मां गंगा की डोली उनके शीतकालीन प्रवास मुखबा गांव से सुबह नौ बजे गंगोत्री पहुंची, जिसके बाद उनकी पूजा अर्चना की गयी.
पिछले दो दिन से बारिश के बाद आज मौसम खुशगवार रहा और गंगोत्री मंदिर के कपाट खुलने के दौरान होने वाली विशेष पूजा अर्चना को देखने के लिये देश विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु मंदिर परिसर में मौजूद थे. उधर, उत्तरकाशी जिले के बड़कोट से मिली जानकारी के अनुसार, यमुनोत्री धाम के कपाट दोपहर 12 बजकर 15 मिनट पर श्रद्धालुओं के लिये खोले गये.