मुंबई : पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद महमूद कसूरी की पुस्तक के विमोचन पर विवाद के बीच उन्होंने सोमवार को कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के बीच शांति को लेकर आशान्वित हैं और उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से कहा कि वह दोनों देशों के बीच शांति के लिए अटल बिहारी वाजपेयी के प्रयासों को परिणति तक ले जायें.
‘नीदर ए हॉक, नॉर ए डव : एन इनसाइडर्स अकाउंट ऑफ पाकिस्तान्स फॉरेन पॉलिसी’ के लोकार्पण के समय कसूरी ने सोमवार शाम कहा ‘‘मुझे आशा है कि मोदी को इस बात का अहसास है कि वाजपेयी ने जो मार्ग अपनाया था, वह सर्वश्रेष्ठ मार्ग था.” शिवसेना द्वारा व्यवधान की धमकी के बाद वर्ली के नेहरु केंद्र में पुलिस ने कडी निगरानी बनाये रखी. समारोह सोमवार शाम आठ बजकर 15 मिनट के आसपास खत्म हुआ. कसूरी ने कहा कि उनकी किताब में दोनों देशों के बीच नौ युद्धों या युद्ध जैसी परिस्थितियों का जिक्र किया गया है. दोनों परमाणु देशों के बीच टकराव के कारण आर्थिक नुकसान पर कसूरी ने कहा कि भारत और पाकिस्तान की सेनाएं जब एक बार एक दूसरे के आमने-सामने थीं और उस समय ब्रिटेन एवं अमेरिका ने अपने नागरिकों को यात्रा परामर्श जारी कर दिया तो दोनों देशों को अरबों रुपयों का नुकसान हुआ.