नयी दिल्ली : सरकार ग्रामीण और आदिवासी इलाकों में लोगों को रसोई और रोशनी के लिए प्रदूषणरहित व्यवस्था करने की कोशिश के तहत सौर कुकर और उन्नत चूल्हा जैसे उपकरण वितरित करेगी. सरकार इसके लिए अनुपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन एवं योजना प्राधिकार (कैंपा) के कोष का उपयोग करेगी.
एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा गया है ‘जंगल और संरक्षित क्षेत्रों के आस-पास रहने वाली ग्रामीण और आदिवासी जनता के लिए रसोई पकाने और प्रकाश के लिए प्रदूषण रहित उपकरणों की व्यवस्था के लिए नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय ने नवीकरणीय ऊर्जा उपकरण के सघन वितरण कार्यक्रम शुरू किया है.’
इस कार्यक्रम के तहत उन्नत चूल्हा, सौर कुकर, सौर लैंप और सौर प्रकाश प्रणाली उपलब्ध करायी जाएगी. बयान के मुताबिक इस योजना को अधिसूचित वन एवं संरक्षित क्षेत्रों की वन सुरक्षा, संरक्षण उपायों एवं प्रबंधन की परिभाषा के तहत लाया गया है. इसमें कहा गया कि कैंपा ने इस संबंध में राज्यों-केंद्र शासित प्रदेशों को कार्यक्रम दिशानिर्देश के संबंध में एक परिपत्र जारी किया है.
राज्यों और संघ शासित प्रदेशों से कहा गया है कि वह अगले पांच साल के दौरान इस तरह के प्रदूषण रहित उपकरणों के वितरण के अपने लक्ष्य नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय को बता दें.