नयी दिल्ली: कल इस्तीफा देने को विवश हुए कानून मंत्री अश्वनी कुमार ने आज दावा किया कि उन्होंने ‘‘अनावश्यक’’ विवाद को खत्म करने के लिए इस्तीफा दिया है और उल्लेख किया कि कोयला घोटाले में सीबीआई की जांच रिपोर्ट को देखने के मामले में उच्चतम नयायालय ने उनके खिलाफ कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की है.
संवाददाताओं को दिए संक्षिप्त बयान में उन्होंने कहा कि इस्तीफा देने का तात्पर्य यह स्वीकार करना नहीं है कि ‘‘कुछ गलत किया गया ’’. कुमार ने एक बयान में कहा, ‘‘मैंने माननीय प्रधानमंत्री को उनकी टीम का हिस्सा बनने का अवसर दिए जाने के लिए शुक्रिया अदा करते हुए कल अपना इस्तीफा सौंप दिया.’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैंने ऐसा एक मामले में अनावश्यक विवाद को खत्म करने के लिए किया जो माननीय उच्चतम न्यायालय के समक्ष है और जिसमें किसी भी तरह मेरे खिलाफ कोई प्रतिकूल टिप्पणी नहीं की गई है. मेरी अंतरात्मा साफ है और मेरा मानना है कि मैं दोषमुक्त साबित हूंगा क्योंकि दैवीय न्याय निश्चित करता है कि सच और न्याय मिलेगा.’’ कोयला ब्लॉक आवंटन घोटाले में सीबीआई की जांच रिपोर्ट देखने को लेकर हमलों का सामना कर रहे कुमार ने कल इस्तीफा दे दिया था.
उन्होंने यह भी कहा कि कुछ राजनीतिक फैसले ऐसे होते हैं जिन्हें जरुरी माना जाता है और उन्होंने वह किया जो प्रधानमंत्री तथा पार्टी आलाकमान को उचित लगा. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें बलि का बकरा बनाया गया है, कुमार ने टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि वह चाहेंगे कि लोग फैसला करें.