नयी दिल्ली : कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने आज एकबार फिर नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार को विकास के गलत आंकड़े पेश करने के लिए फेंकू मोदी करार दिया. उन्होंने आश्चर्य जताया कि क्या कोई तेंदुआ अपने धब्बे को बदल सकता है.
गुजरात के मुख्यमंत्री के कट्टर आलोचक माने जाने वाले सिंह ने मोदी को राजकाज और विकास के मामलों पर किसी भी कांग्रेस नेता के साथ बहस की चुनौती दी. सिंह ने मोदी की समावेशी राजनीति की बात को भी खारिज कर दिया. सिंह ने अपने ट्वीट में कहा, मोदी समावेशी राजनीति की बात कर रहे हैं यह सुनकर अच्छा लग रहा है. लेकिन क्या तेंदुआ अपना धब्बा बदल सकता है. फेंकू मोदी अपनी पूरी रवानी में हैं. राजग काल के विकास के बारे में गलत आंकड़े दे रहे हैं.
मोदी द्वारा अपने प्रवासी भारतीय समर्थकों को वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित करने के कुछ ही देर बाद अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव ने माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर भाजपा नेता पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि मोदी ने राजग शासन के समय के विकास के झूठे आंकड़े दिए.
सिंह ने कहा, कांग्रेस आपको ताकत देती है..मोदी खुद को ताकत देते हैं..पसंद आपकी है..मोदी चाहते हैं कांग्रेस मुक्त भारत और कांग्रेस चाहती है भूख मुक्त भारत..वह साधनसंपन्न का साथ देते हैं कांग्रेस वंचितों की हिमायती है…पसंद आपकी है. मोदी ने आरोप लगाया कि निहित स्वार्थी समूह कांग्रेस को उसके कुशासन से बचा रहे हैं और संप्रग सरकार अपना प्रदर्शन रिपोर्ट देने से बच रही है और लोगों से इसे उखाड़ फेंकने को कहा.
मोदी की बातों का खंडन करते हुए संप्रग सरकार से लोगों का भरोसा उठ गया है, इसपर कांग्रेस महासचिव ने कहा कि संप्रग सरकार ने अपना हर वादा पूरा किया और सूचना, शिक्षा, खाद्य सुरक्षा के अधिकार और महिलाओं तथा आदिवासियों को अधिकार देने के साथ ही काम का अधिकार देकर लोगों को ताकतवर बनाया.
दिग्विजय इस दौरान लगातार दो संप्रग सरकारों द्वारा उठाए गए कदमों जैसे आरटीआई, आरटीई, खाद्य सुरक्षा, मनरेगा और इसी तरह की अन्य योजनाओं का जिक्र कर रहे थे. उन्होंने कहा, सूची और भी बढ़ सकती है. अगर मोदी में दम है तो वह राजकाज, विकास और अन्य राष्ट्रीय मामलों पर हम में से किसी के भी साथ बहस कर सकते हैं?
गुजरात दंगे, भाजपा शासित कुछ राज्यों में भ्रष्टाचार के मामले और भाजपा के एक पूर्व अध्यक्ष से जुड़े कैश ऑन कैमरा मामले का जिक्र करते हुए सिंह ने मोदी के इस दावे का मखौल उड़ाया कि लोग देश में रचनात्मक बदलाव लाने के लिए भाजपा की ओर देख रहे हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि सांप्रदायिक दंगों में हजारों लोग मारे गए, क्योंकि अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए नियमों को तोड़ा मरोड़ा गया, क्योंकि बंगारु लक्ष्मण कैमरे पर पकड़े गए.
मोदी द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी की प्रशंसा किए जाने का जिक्र करने पर दिग्विजय के तंज थोड़े और तीखे हो गए. उन्होंने लिखा, मोदी कहते हैं ..अटलजी का काल स्वर्णिम युग था..क्या इसलिए कि मोदी ने राजधर्म का पालन नहीं किया?..संसद पर आतंकवादियों ने हमला किया?..आतंकवादियों को रिहा कर दिया गया?
वाजपेयी के नेतृत्व में राजग के छह वर्ष के शासन की प्रशंसा करते हुए मोदी ने कहा, वाजपेयी सरकार में ऐसा लगता था कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी. लेकिन उनके जाने के बाद पतन शुरु हो गया.