नयी दिल्ली : कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, महासचिवों व पार्टी के वरीय नेताओं के सम्मेलन में अपनी राज्य सरकारों को निर्देश दिया कि वे केंद्र सरकार के साथ मिल कर राज्य हित में काम करें. उन्होंने कहा कि वे राज्य के विकास के लिए हर संभव प्रयास करें.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अपने मुख्यमंत्रियों से कहा कि आपकी जिम्मेवारी है कि आप पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साहवर्द्धन करें.
सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा सरकार शक्ति व अधिकारों के केंद्रीकरण का अद्वितीय उदाहरण है. उन्होंने कहा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू के योगदान को मौजूदा शासन में कम कर देखा जा रहा है और उनके योगदानों के लिए मौजूदा शासन में अपमानजनक परिस्थितियां उत्पन्न की जा रही हैं.
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला किया और आरोप लगाया कि वह उनके सहकर्मियों को सांप्रदायिक ध्रुवीकरण के लिए भय और दबाव का माहौल उत्पन्न करने की अनुमति देकर खतरनाक दोहरा खेल खेल रही है. उन्होंने सरकार पर यह भी आरोप लगाया कि वह कल्याणकारी राज्य संरचना को ध्वस्त करने के सुनियोजित प्रयास कर रही है.
सोनिया ने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे भूमि विधेयक और खाद्य सुरक्षा कानून पर सरकार के कदमों का मजबूती से विरोध करें. एक तरफ प्रधानमंत्री खुद को सुशासन और संवैधानिक मूल्यों के बडे पैरोकार के रूप में पेश करना चाहते हैं, वहीं दूसरी तरफ वह अपने कई सहकर्मियों को घृणास्पद बयानों और सांप्रदायिक धु्रवीकरण करने की अनुमति देते हैं.
कांग्रेस मुख्यमंत्रियों के एक दिवसीय सम्मेलन, जो पिछले साल लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद पहला सम्मेलन है, के अपने उद्घाटन संबोधन में उन्होंने कहा, यह पहले ही हमारे धर्मनिरपेक्ष ताने बाने को नष्ट कर चुका है. डर और दबाव का माहौल जानबूझकर उत्पन्न किया गया है.
कांग्रेस मुख्यमंत्रियों के एक दिवसीय सम्मेलन, जो पिछले साल लोकसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के बाद पहला सम्मेलन है, के अपने उद्घाटन संबोधन में उन्होंने कहा, यह पहले ही हमारे धर्मनिरपेक्ष ताने बाने को नष्ट कर चुका है. डर और दबाव का माहौल जानबूझकर उत्पन्न किया गया है.
वास्तविकता और शैली दोनों का एक और पहलू है, जिसका मुझे उल्लेख करना चाहिए तथा यह खेले जा रहे खतरनाक दोहरे खेल से संबंधित है. उन्होंने कहा, वास्तविकता के संदर्भ में, कांग्रेस सरकारों द्वारा दशकों में निर्मित कल्याणकारी राज्य संरचना को ध्वस्त किए जाने के सुनियोजित प्रयास किए जा रहे हैं.