नयी दिल्ली: कुछ चैनलों द्वारा मुजफ्फरनगर दंगों को कवर करते समय ‘‘भड़काने वाली’‘ कुछ सामग्रियों का प्रसारण किये जाने की ओर ध्यान दिलाते हुए सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इलेक्ट्रानिक मीडिया से ऐसे मामलों की रिपोर्टिंग करते समय संयम बरतने को कहा है.
मंत्रालय ने कहा, ‘‘इससे न केवल दंगा प्रभावित इलाकों बल्कि अन्य जगहों पर भी सांप्रदायिक तनाव, हिंसा भड़क सकती है और कानून व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हो सकती है. जबकि इस बात की कड़ी आवश्यकता महसूस की गयी है कि चैनलों को भड़काने वाली एवं संवेदनशील सामग्री के प्रसारण से बचने के लिए हर कदम उठाने चाहिए. उन्हें इस प्रकार के मामलों की रिपोटिंग करते समय अधिकतम संयम एवं सतर्कता बरतनी चाहिए.’‘ परामर्श में कहा गया कि सांप्रदायिक तनाव या संघर्ष से जुड़ी खबरें, विचार या टिप्पणियों का प्रसारण केवल समुचित पुष्टि के बाद किया जाना चाहिए और इस तरह किया जाना चाहिए जो सांप्रदायिक सद्भावना बरकरार रखने के लिए जन हित में हो.
इसमे कहा गया कि नियमों के तहत केबल सेवा पर किसी भी ऐसे कार्यक्रम का प्रसारण या पुन:प्रसारण नहीं हो सकता जिससे सांप्रदायिक रुख को प्रोत्साहन मिला हो और जिससे हिंसा को प्रोत्साहन या उसके भड़कने की आशंका हो. इसमे कहा गया कि नियमों के उल्लंघन पर दंड का प्रावधान है.
इस हफ्ते के शुरु में एक टीवी चैनल को नोटिस जारी किया गया था क्योंकि मंत्रालय ने महसूस किया कि इसके द्वारा प्रसारित सामग्री से सांप्रदायिक सदभाव बिगड़ सकता है.