नयी दिल्ली : प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने मुजफ्फरनगर दंगों को बहुत दुखद करार देते हुए आज कहा कि ऐसे उपद्रवों के लिए लोगों का एक बहुत छोटा सा समूह ही जिम्मेदार होता है जिस पर रोक लगाये जाने की जरुरत है. सिंह ने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जहां विभिन्न धर्म साथ फले फूले और यहां के लोगों का समग्र रुप से धर्मनिरपेक्ष दृष्टिकोण रहा है.
उन्होंने यहां राष्ट्रीय साम्प्रदायिक सौहार्द पुरस्कार समारोह में कहा, मेरा मानना है कि लोगों का एक बहुत छोटा सा समूह ही होता है जो हमारे बीच फूट डालने के लिए जिम्मेदार होता है. मेरा यह भी मानना है कि यह प्रत्येक व्यक्ति का कर्तव्य है कि वह इन ताकतों का विरोध करें. प्रधानमंत्री ने कहा कि इस कार्यक्रम का आयोजन देश के कुछ हिस्सों में साम्प्रदायिक तनाव बढ़ने की पृष्ठभूमि में हुआ है.
उन्होंने कहा, ये बहुत ही दुखद घटनाक्रम हैं और यह हमारे व्यक्तिगत और सामूहिक दायित्वों में प्रतिबिंबित होना चाहिए कि हम राजतंत्र और समाज में सद्भाव और बंधुत्व को बढ़ावा दें. सिंह ने कहा कि देश की पहचान उसकी विविधता से है और यहां सहिष्णुता तथा अपने की तुलना में अन्य के विचारों का सम्मान करने की गर्वित विरासत रही है.
उन्होंने कहा, मैं इस मौके पर केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराना चाहता हूं कि देश में राष्ट्रीय एकता और साम्प्रदायिक सौहार्द को बढ़ावा देने के लिए सभी संभव प्रयास किये जाएंगे. उन्होंने कहा कि सरकार ने 23 सितम्बर को राष्ट्रीय एकता परिषद की एक बैठक बुलाई है जिसमें इन उद्देश्यों को प्राप्त करने के तरीके खोजे जाएंगे.