अमृतसर : पंजाब के उप-मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल द्वारा अमृतसर के विकास के लिए धन जारी करने के मुद्दे को भाजपा का अंदरुनी मामला करार दिए जाने के बाद पार्टी सांसद नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि नेताओं को अपनी नाकामियों और कमियों को स्वीकार करना भी सीखना चाहिए. सिद्धू ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमारे आदणीय नेताओं को अपनी नाकामियों और कमियों को स्वीकार करना भी सीखना चाहिए.’’ क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू ने कहा, ‘‘अमृतसर के विकास को भाजपा का अंदरुनी मामला करार दिए जाने से पहले सुखबीर को कुछ तथ्यों पर नजर डालनी चाहिए थी.’’
सिद्धू ने सवाल किया, ‘‘प्रत्येक विकास परियोजना के उद्घाटन के लिए यदि आप व्यक्तिगत तौर पर अमृतसर जाते हैं, यदि अमृतसर के विकास कार्यों की आधारशिलाओं पर आपका नाम उकेरा जाता है तो यह भाजपा का अंदरुनी मामला कैसे हो गया ?’’सांसद ने कहा, ‘‘मैं हमेशा आपके पास आने और अमृतसर से जुड़ी परियोजनाओं पर चर्चा के लिए तैयार हूं..पर बदकिस्मती से आप अमृतसर के हर मुद्दे पर मेरी अनदेखी करते हुए लगते हैं.’’
उन्होंने सवाल किया, ‘‘क्या मैं जान सकता हूं कि जब राज्य सरकार ने पिछले हफ्ते अमृतसर के लिए 2,000 करोड़ रुपए की परियोजनाओं की घोषणा की तो मेरी अनदेखी क्यों की गयी ?’’ सिद्धू ने सवाल किया, ‘‘आप अपने उपायुक्त से पूछिए कि जिला योजना समिति की मासिक बैठकों में मुझे क्यों नहीं आमंत्रित किया जाता है ? जब आप महत्वपूर्ण मौकों पर प्रधानमंत्री को आमंत्रित करते हैं तो मुझे भाषण देने की इजाजत क्यों नहीं दी जाती ?’’