नयी दिल्ली : लश्कर ए तैयबा के शीर्ष बम विशेषज्ञ अब्दुल करीम टुंडा को आज दिल्ली की एक अदालत ने पांच दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. इससे पहले पुलिस ने अदालत से कहा कि उसे टुंडा से उसके आतंकी सम्पर्को का पता लगाने के लिए विस्तृत उससे पूछताछ करने की जरुरत है.
टुंडा को आज अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) से छुट्टी दे दी गई जहां उसका उपचार चल रहा था. उसे अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश धर्मेश शर्मा के समक्ष पेश किया गया. दिल्ली पुलिस की विशेष शाखा ने उसे पांच दिन की हिरासत में सौंपने का अनुरोध किया.
दिल्ली पुलिस ने कहा कि वह टुंडा से तेल के स्त्रोत के बारे में पूछताछ करना चाहती है जिसका इस्तेमाल वह आईईडी बनाने में करता था. पुलिस ने कहा कि पूर्व में हिरासत में पूछताछ के दौरान टुंडा ने कहा था कि वह पुरानी दिल्ली में तिलक बाजार में एक दुकान से विस्फोटक खरीदता था.
पुलिस ने हिरासत की अर्जी में कहा, ‘‘ आरोपी अब्दुल करीम से उसके द्वारा खरीदे गए तेल के स्त्रोत के बारे में पूछता की जरुरत है जिसे अब्दुल हक (टुंडा के भाई) की दुकान से जब्त किया गया. इस तेल का इस्तेमाल आईईडी बनाने में किया जाता था.’’
पुलिस ने कहा, ‘‘ इसके अलावा एक मोबाइल फोन भी बरामद किया गया है जिसमें 200 से अधिक सम्पर्क थे और उससे इन सम्पर्को के बारे में भी पूछताछ करने की जरुरत है.’’
पुलिस ने अदालत को सूचित किया कि इस मामले में टुंडा से आगे पूछताछ के लिए कर्नाटक और पश्चिम बंगाल ले जाने की जरुरत है. ‘‘ अब्दुल करीम उर्फ टुंडा और उसके सहयोगियों की राष्ट्र विरोधी गतिविधियों को सामने लाने के लिए उससे विस्तृत पूछताछ की जरुरत है.’’ पुलिस ने कहा, ‘‘ इसलिए यह आग्रह किया जाता है कि अब्दुल करीम टुंडा की पांच दिन की हिरासत दी जाए.’’ अदालत ने दलीलों को सुनने के बाद आठ सितंबर तक टुंडा को पुलिस हिरासत में भेज दिया.
टुंडा को आज पहले मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट अमित बंसल के समक्ष पेश किया गया लेकिन बाद में मामले को जिला न्यायाधीश आई एस मेहता की अदालत में भेज दिया गया. जिला न्यायाधीश मेहता ने संक्षिप्त सुनवाई के बाद मामले को अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश शर्मा की अदालत में भेज दिया.