नयी दिल्ली : सरकार ने आज स्वीकार कि भारत की अनुमानित आबादी एक मार्च 2012 को 123 करोड़ थी जिसमें से वर्ष 2011-12 में 27 करोड़ लोग गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहे थे.योजना राज्य मंत्री राजीव शुक्ला ने एक सवाल के लिखित जवाब में राज्यसभा को यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गरीबी रेखा से नीचे बसर करने वाली आबादी उक्त अवधि में कुल आबादी का 21.9 प्रतिशत थी.
उन्होंने बताया कि सी रंगराजन के नेतृत्व वाली एक समिति गरीबी रेखा की समीक्षा कर रही है तथा इसकी रिपोर्ट 2014 में आने की उम्मीद है. बहरहाल उन्होंने कहा कि देश में गरीबी अनुपात 2011-12 में 21.9 प्रतिशत से घटकर 2004-05 में 37.2 प्रतिशत रह गयी.