नयी दिल्ली: पिछले दिनों दिल्ली में रोडरेज की घटना के खिलाफ दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास के बाहर भाजपा कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन को लेकर भगवा पार्टी पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी ने आज कहा कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आंदोलन के इस ‘नक्सली’ और ‘अराजक’ तरीके को सही मानते हैं.
पार्टी ने एक बार फिर दिल्ली पुलिस को राज्य सरकार के अधीन करने की वकालत की. आप के वरिष्ठ नेता कुमार विश्वास ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री ने एक बार हमें प्रदर्शन करने पर अराजक और नक्सली कहा था. उन्हें भाजपा कार्यकर्ताओं और सतीश उपाध्याय के प्रदर्शन के बारे में क्या कहना है?’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम सतीश उपाध्याय के विरोध प्रदर्शन का औचित्य नहीं समझ पा रहे. अगर वह दिल्ली में कानून व्यवस्था की स्थिति खराब होने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे तो उन्हें प्रधानमंत्री से बात करनी चाहिए और दिल्ली पुलिस को राज्य सरकार के अधीन लाने की दिशा में काम करना चाहिए.’’
विश्वास ने कहा, ‘‘जो हमें नक्सली कहते हैं, वे देश की एक प्रगतिशील और विकासोन्मुखी सरकार के खिलाफ हैं.’’ भाजपा का आरोप है कि तुर्कमान गेट कांड में गिरफ्तार पांचों आरोपी आप कार्यकर्ता हैं और दिल्ली के पर्यावरण मंत्री तथा मटिया महल इलाके से विधायक आसिम अहमद के करीबी हैं. भाजपा ने मंत्री को तत्काल इस पद से हटाने की भी मांग की.
आम आदमी पार्टी ने अदालत में एक मामले में तंबाकू लॉबी के लोगों का पक्ष रखने पर कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी पर भी निशाना साधा.
उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस को इस बारे में स्पष्टीकरण देना चाहिए. टीवी पर उनके नेता तंबाकू के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और उनके एक नेता अभिषेक मनु सिंघवी तंबाकू लॉबी के लोगों की वकालत कर रहे हैं.’’ विश्वास ने कहा कि इससे पहले पी चिदंबरम और कपिल सिब्बल बिजली कंपनियों के लिए अदालत में पक्ष रख चुके हैं. पार्टी को इस बारे में स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए.
पार्टी ने उत्तर प्रदेश में किसानों की आत्महत्या के मामलों को उठाते हुए सपा सरकार को भी आडे हाथ लिया.आप नेता संजय सिंह ने कहा कि पार्टी 22 अप्रैल को विरोध प्रदर्शन के दौरान इस मुद्दे को उठाएगी. भूमि अधिग्रहण विधेयक के खिलाफ प्रदर्शन का नेतृत्व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल कर सकते हैं.