इंदौर: प्रवचनकर्ता आसाराम ने आज यहां कहा कि साधु-संतों को साजिश के तहत लगातार बदनाम किया जा रहा है. आसाराम ने आज यहां अपने आश्रम में प्रवचन के बाद पत्रकारों के सवालों के जवाब में कहा कि साधु.संतों को साजिश के तहत लगातार बदनाम किया जा रहा है.उन्होंने इस सिलसिले में कांची कामकोटि के शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती प्रकरण का हवाला भी दिया. उन्होंने कहा, जब मुझ जैसे व्यक्ति के खिलाफ भी लगातार मिथ्या आरोप लगाये जाते हैं, तो समझा जा सकता है कि समाज में कितने झूठे मामले चल रहे होंगे. आसाराम ने कहा, मैं यह नहीं कहता कि जेलों में बंद सभी लोग निर्दोष हैं. लेकिन इतना जरुर कहूंगा कि जेलों में बंद सभी लोग दोषी नहीं हैं. मैं ऐसे निर्दोष कैदियों को प्रवचन दूंगा और जरुरत पड़ी तो उन्हें कानूनी सहायता भी मुहैया कराउंगा. उन्होने दावा किया कि उन पर सिलसिलेवार आरोप इसलिये लगाये जाते हैं, क्योंकि वह अपने प्रवचनों के दौरान भारतीय संस्कृति का विशेष प्रचार करते हैं.
जोधपुर स्थित आश्रम में एक नाबालिग लड़की द्वारा उनके खिलाफ लगाये गये यौन शोषण के आरोपों के सिलसिले में यह पूछे जाने पर कि क्या उनकी ओर से अग्रिम जमानत के लिये अदालत में अर्जी दायर की जायेगी, तो उन्होंने ना में सिर हिलाकर इंकार किया. जब उनसे पूछा गया कि क्या वह इस मामले में खुद को पुलिस के सामने पेश करने वाले हैं, तो उन्होंने इस सवाल का स्पष्ट जवाब नहीं दिया.