नई दिल्ली : राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि भारत इराक के साथ तेल अन्वेषण और पेट्रो रसायन जैसे क्षेत्रों में ‘समान’ भागीदार के तौर पर अपने संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने को उत्सुक है.भारत के इराक के साथ सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण संबंध हैं. उन्होंने कहा कि जब इराकी प्रधानमंत्री नूरी कामिल अल-मलीकी ने यहां राष्ट्रपति से मुलाकात की तब उन्होंने यह बात कही.
राष्ट्रपति भवन ने राष्ट्रपति के हवाले से बताया, ‘‘इराक कच्चे तेल का दूसरा सबसे बड़ा आपूर्तिकर्ता देश बन गया है. यह पारस्परिक लाभ की भागीदारी है. भारत क्रेता-विक्रेता से संबंधों को तेल उत्पादन, तेल अन्वेषण में संयुक्त उपक्रम, पेट्रो रसायन काम्प्लेक्स, खाद पौधे समेत अन्य क्षेत्रों में समान भागीदारी के साथ व्यापक आधार वाले संबंधों के रुप में समुन्नत करना चाहता है.’’
मुखर्जी ने कहा, ‘‘इराकी प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान अलग-अलग सहमति पत्र दोनों देशों के बीच सहयोग को बढ़ाने के लिए सांस्थानिक ढांचा स्थापित करेगा.’’ राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि भारत इराक के प्रगति और विकास में प्रतिबद्ध भागीदार है और इराक के पुनर्निर्माण के प्रयासों में उसकी मदद करता रहेगा.
मुखर्जी के हवाले से बताया गया, ‘‘भारत इराक में उसकी आधारभूत संरचनाओं और संस्थानों के पुनर्निर्माण की प्रक्रिया में सहायता करने को प्रतिबद्ध है. भारतीय उद्यमी और भारतीय उद्योग इराक के साथ बातचीत को लेकर उत्सुक है.’’
इराकी प्रधानमंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच भागीदारी पारस्परिक रुप से लाभप्रद है क्योंकि भारत को उर्जा की आवश्यकता है और इराक को अपने लोगों के लिए रोजगार पैदा करने के लिए निवेश करने की आवश्यकता है.