नयी दिल्ली: भारत ने जोर देकर कहा है कि उसके तेल के जहाज ने किसी प्रकार के प्रदूषण नियमों का उल्लंघन नहीं किया. ईरान ने पर्यावरणीय चिंताओं की वजह यह टैंकर रोक रखा है. इसमें इराक से कच्चा तेल लाया जा रहा था. इस बीच, ईरान ने एमटी देश शांति जहाज का दूसरे दौर का निरीक्षण किया. ईरान के रेवोल्यूशनरी गार्डस कॉर्प (आईआरजीसी) ने मंगलवार को फारस की खाड़ी में इस जहाज को पकड़ लिया था और इसे बंदर अब्बास बंदरगाह ले जाया गया.
जहाजरानी मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘मैरिटाइम अधिकारियों तथा अंतरराष्ट्रीय सर्वेक्षणकर्ताओं ने जांच का निरीक्षण किया है. यह जहाज सिर्फ 9 साल पुराना है और इसका निर्माण 2004 में किया गया. आरोप लगाया गया है कि इस टैंकर ने 30 जुलाई को प्रदूषण फैलाया, जबकि तथ्य यह है कि इस दिन टैंकर में कच्चा तेल नहीं था.’’ यह टैंकर शिपिंग कारपोरेशन ऑफ इंडिया (एससीआई) का है और इसे इराक के बशरा से कच्चा तेल ले जाने के दौरान कब्जे में लिया गया. तेहरान में अपने मिशन के जरिये भारत टैंकर को छुड़ाने के लिए गहन विचार विमर्श कर रहा है.