चेन्नई : सेतुसमुद्रम परियोजना के बारे में विवादास्पद टिप्पणी करने वाले द्रमुक प्रमुख एमके करुणानिधि ने आज दावा किया कि इसमें हिंदुओं को आहत करने लायक कुछ नहीं है.
पार्टी के लोगों को लिखे एक पत्र में 88 वर्षीय करुणानिधि ने कहा है, ‘‘सेतुसमुद्रम शिपिंग चैनल परियोजना हिंदुओं को आहत नहीं करेगा.’’ उन्होंने 2400 करोड़ रुपये की इस परियोजना का विरोध किए जाने की आलोचना करते हुए कहा कि ऐसा मुख्य रुप से द्रमुक को इसका श्रेय लेने से रोकने के लिए किया जा रहा है.
करुणानिधि ने कहा कि केंद्रीय संस्कृति मंत्री अंबिका सोनी ने संसद को बताया था कि इस बारे में कोई सबूत नहीं है कि वहां कोई पुल था. उन्होंने याद दिलाया कि सेतुसमुद्रम शिपिंग चैनल पर्यावरण निगरानी समिति प्रमुख एस कनयान ने 2007 में इसी तरह की टिप्पणी की थी.
तत्कालीन जहाजरानी मंत्री टीआर बालू ने एक साक्षात्कार में कहा था, ‘‘राम सेतु मुद्दा हिंदुओं का वोट पाने के लिए उठाया जा रहा है. 81 स्थानों पर किए गए ड्रिल से वहां पुल होने का कोई सबूत नहीं मिला है. ’’
परियोजना का विरोध करने को लेकर जयललिता सरकार की आलोचना करते हुए द्रमुक ने 15 मई को राज्यव्यापी जनसभा करने की घोषणा की है ताकि इस परियोजना को तेजी से पूरा करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाया जा सके.