मुम्बई: भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर स्वतंत्रता दिवस के दिन आज हमला बोलने वाले गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी पर अप्रत्यक्ष रुप से निशाना साधा. इसमें राजग की प्रमुख सहयोगी शिवसेना ने भी उनका साथ दिया.मोदी को भाजपा की चुनाव अभियान समिति का प्रमुख बनाये जाने को लेकर आपत्ति जता चुके आडवाणी ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस जैसे दिन नेताओं को एक-दूसरे की आलोचना नहीं करनी चाहिए.
उन्होंने मोदी के बिल्कुल उलट टिप्पणी में कहा, मैंने आज प्रधानमंत्री को सुना- स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज किसी की भी आलोचना किए बिना हमें यह समझना चाहिए कि भारत के पास भविष्य के लिए असीमित क्षमता है. आडवाणी अपने आवास पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे. इससे कुछ समय पहले ही मोदी ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर गुजरात के भुज में एक कार्यक्रम को संबोधित किया था जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर जोरदार हमला किया था.भाजपा संसदीय दल के प्रमुख आडवाणी ने भविष्य को लेकर आशावादी नजरिया अपनाया.
आडवाणी ने कहा, भारत के लिए भविष्य में असीमित क्षमता है. यह पिछला दशक जैसा प्रधानमंत्री ने आज कहा कि वह 2014 में समाप्त हो जाएगा. उन्होंने इस दशक की उपलब्धियों और कमियों को गिनाया है. हमें 2014 से शुरु हो रहे नए दशक को भारत के इतिहास में अभूतपूर्व बनाने के लिए चिंतित होना चाहिए. हमें जितना हो सके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना चाहिए. आडवाणी का समर्थन करते हुए शिवसेना ने कहा कि प्रधानमंत्री पर टिप्पणी करने के लिए वर्ष में और 364 दिन हैं.
शिवसेना नेता संजय राउत ने मुम्बई में कहा कि नेताओं को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राजनीति से परहेज करना चाहिए. उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री जो कहते हैं उस पर टिप्पणी करने के लिए आगे पूरा वर्ष है. आज हमें उन्हें सुनना चाहिए और आलोचना किसी और दिन के लिए छोड़ देनी चाहिए. मोदी ने प्रधानमंत्री पर पाकिस्तान के खिलाफ कड़ रख नहीं अपनाने, अर्थव्यवस्था को उबारने में असफलता और देश में बड़े पैमाने पर भ्रष्टावार का आरोप लगाया. उन्होंने साथ ही यह कहते हुए प्रधानमंत्री पर शासन पर सार्वजनिक बहस के लिए चुनौती दी कि देश परिवर्तन के लिए बेचैन है.