नयी दिल्ली: बिहार सहित कई राज्यों में मध्याह्न भोजन योजना संबंधी हाल में हुए हादसों की पृष्ठभूमि में आज लोकसभा में विभिन्न दलों के सदस्यों ने इस योजना की गहन समीक्षा तथा छपरा हादसे की सीबीआई से जांच कराने की मांग की गयी.
शून्यकाल में भाजपा के उदय सिंह ने यह मुद्दा उठाते हुए कहा कि वह केंद्र या किसी राज्य सरकार पर आरोप नहीं लगा रहे हैं लेकिन मध्याह्न भोजन योजना में पिछले दिनों विभिन्न राज्यों में जो त्रासदियां हुई हैं , उनके आलोक में पूरे सदन को यह गहन चिंतन करने की जरुरत है कि इस योजना को प्रभावी तरीके से किस प्रकार लागू किया जाये.
उदय सिंह ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया कि एक ओर तो मध्याह्न भोजन योजना में आये दिन हादसे हो रहे हैं और दूसरी ओर सदन खाद्य सुरक्षा विधेयक पर चर्चा करने जा रहा है. उन्होंने कहा कि मध्याह्न भोजन योजना को तो सफलतापूर्वक आज तक लागू नहीं किया गया तो ऐसे में खाद्य सुरक्षा योजना के हश्र का अंदाजा लगाना कोई मुश्किल नहीं है. उन्होंने 20 साल पहले लागू इस योजना को पूरी तरह विफल बताते हुए इसकी गहन समीक्षा की मांग की.
शून्यकाल से पहले, राजद के प्रभुनाथ सिंह ने बिहार के छपरा में मध्याह्न भोजन त्रासदी की सीबीआई से जांच कराने और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, राज्य के शिक्षा मंत्री एवं छपरा के कलेक्टर के खिलाफ मुकदमा चलाने की मांग की.