नयी दिल्ली : स्वतंत्र दिवस के मौके पर आईआईटी के दो स्नातकों ने विशपिकर डाट काम नाम से एक वेबसाइट शुरु की है जिसके जरिए लोग देश में जीवित बचे स्वतंत्रता सेनानियों को शुभकामनाएं दे सकते हैं. नब्बे वर्ष या इससे अधिक की आयु पूरी कर चुके इन स्वतंत्रता सेनानियों में कुछ ऐसे हैं जिन्हें अंग्रेजों ने बंदी बनाया था तो कुछ सेनानियों ने भारतीय राष्ट्रीय सेना की ओर से लड़ाई लड़ी थी. वहीं कुछ सेनानियों ने एक रेलवे स्टेशन पर आग लगा दी थी.
अपूर्व बंसल के साथ मिलकर वेबसाइट शुरु करने वाले प्रतीक राठौड़ ने कहा, ‘‘ हमारी टीम उन कुछ स्वतंत्रता सेनानियों के संपर्क में रही है जो अब भी जीवित हैं. टीम ने उनसे साहस और बलिदान की कहानियां सुनीं. हमने महसूस किया कि आज का युवा उन कठिनाइयों को भूल गया है जिसका सामना हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने किया था.’’