जींद: पाकिस्तान द्वारा सीजफायर के उल्लंघ्घन के दौरान शहीद हुये राजेन्द्र सिंह राणा के गांव मुआना की पंचायत ने सरकार से कहा है कि अगर 15 दिन के अन्दर शहीद के परिवार को एक नौकरी, 10 लाख रुपए तथा एक गैस एजेसीं या पेट्रोल पंप की सहायता प्रदान नहीं की गयी तो गांव के लोग कांग्रेस पार्टी का बहिष्कार कर काले झंडे दिखाएगें.इस मामले मे 28 अगस्त को गांव में फिर से एक महापंचायत बुलाई गई है. जिसमें आसपास के लगभग एक दर्जन गांवों के लोगों के साथ सभी पार्टियों के नेताओं को शामिल किया जाएगा. इस बैठक में सरकार द्वारा शहीद परिवार के लिए किए गए कार्यों की समीक्षा कर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी.
सरपंच राजेन्द्र शर्मा ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से सीजफायर के उल्लंघन के दौरान 27 जुलाई को हुई फायरिंग में मुआना गांव के राजेंद्र राणा शहीद हो गया था. शहीद राजेन्द्र राणा की अंत्येष्टि के 15 दिन के बाद भी सरकार ने परिवार की कोई सुध नही ली. इसी कारण ग्रामीणों मे सरकार के प्रति जबरदस्त रोष है.