नयी दिल्ली: प्र्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने देश की पहली परमाणु पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत के परमाणु रिएक्टर के चालू होने पर वैज्ञानिकों और रक्षा वैज्ञानिकों को बधाई देते हुए कहा कि यह देश की स्वदेशी तकनीकी क्षमताएं विकसित करने की दिशा में बड़ा कदम है.
प्रधानमंत्री ने एक बयान में कहा, मुझे यह जानकर प्रसन्नता है कि भारत की पहली स्वदेशी परमाणु संपन्न पनडुब्बी आईएनएस अरिहंत का परमाणु रिएक्टर चालू हो गया है. उन्होंने कहा, आज का घटनाक्रम हमारी स्वदेशी तकनीकी क्षमताओं को विकसित की दिशा में बड़ा कदम है. यह हमारे देश की सुरक्षा के लिए जटिल तकनीकों में महारत हासिल करने के मकसद से मिलकर काम करने वाले हमारे वैज्ञानिकों, प्रौद्योगिकीविदों और रक्षाकर्मियों की काबिलियत का प्रमाण है.
प्रधानमंत्री ने इस महत्वपूर्ण उपलब्धि से जुड़े सभी लोगों विशेषकर परमाणु ऊर्जा विभाग, नौसेना और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन को बधाई देते हुए कहा कि वह आईएनएस अरिहंत को जल्द शामिल किये जाने का इंतजार कर रहे हैं.
परमाणु त्रयी की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए भारत ने आज स्वदेशी परमाणु संपन्न पनडुब्बी अरिहंत पर बने परमाणु रिएक्टर को चालू कर दिया. इस प्रकार नौसेना द्वारा इसकी तैनाती का रास्ता साफ हो गया है.
परमाणु रिएक्टर चालू होने के बाद संबद्ध एजेंसियां परिचालन के लिए युद्धपोत तैयार करने की दिशा में काम कर सकती हैं.
आईएनएस अरिहंत का विशाखापत्तनम में नौसेना के प्रमुख पनडुब्बी बेस पर परीक्षण जारी है और परमाणु रिएक्टर चालू हो जाने के तुरंत बाद इसका जल्द ही समुद्री परीक्षण किया जायेगा.