नयी दिल्ली: लोकसभा ने उत्तराखंड में भारी वर्षा और भयंकर बाढ के कारण हुई त्रासदी , छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में नक्सली हमले, कश्मीर में आतंकी हमले में मारे गए लोगों तथा छपरा में मध्याह्न भोजन के कारण जान गंवाने वाले बच्चों सहित पिछले कुछ दिनों में विभिन्न घटनाओं में मारे गए लोगों और पूर्व सदस्यों के निधन पर आज शोक व्यक्त किया और श्रद्धांजलि व्यक्त की.
मानसून सत्र के पहले दिन अध्यक्ष मीरा कुमार ने पूर्व सदस्यों बीरेन्द्र प्रसाद, महेन्द्र कर्मा, लोनप्पन नम्बाडन, विद्याचरण शुक्ल, एन डेन्निस, दिनकर बालू पाटिल, चंद्रशेखर वर्मा, सुषाभ यादव, भावनाबेन देवराजभाई चिखलिया, हरिसिंह चावड़ा, समर मुखर्जी, खुर्शीद आलम खान और अरुण कुमार नेहरु के निधन का उल्लेख किया. सदस्यों ने कुछ पल मौन रखकर श्रद्धांजलि व्यक्त की.
उन्होंने कहा कि बचाव कार्य में लगे वायु सेना के एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से 20 लोगों की जान चली गई. ‘‘ हम इस घटना पर गहरा शोक प्रकट करते हैं.’’ मीरा ने बचाव एवं राहत कार्य में शामिल सेना, वायुसेना, आईटीबीपी एवं एनडीआरएफ के जवानों के साथ अन्य लोगों के योगदान की सराहना की. उन्होंने कहा कि 25 मई 2013 को छत्तीसगढ के बस्तर जिले में नक्सल हमले में 27 लोगों की मौत हो गई. हम पीड़ित लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं.
अध्यक्ष ने बिहार के छपरा जिले में मध्याह्न भोजन खाने के बाद विषाक्तता की वजह से 23 बच्चों की मौत की घटना का जिक्र करते हुए इसे ‘बेहद पीड़ादायी और दुखद’ बताया तथा हार्दिक संवेदना जताई. मीरा ने स्पेन में रेल दुर्घटना में मारे गए लोगों के प्रति भी सदन की ओर से संवेदना व्यक्त की.