नयी दिल्ली: जदयू के राजग से अलग होने के बाद गठबंधन की पहली बैठक में इसके संयोजक के नाम की घोषणा नहीं हुई लेकिन भाजपा ने पूर्व सहयोगी से अपेक्षा की कि वह विभिन्न मुद्दों पर संसद में समन्वय कायम करने में साथ देगी.लालकृष्ण आडवाणी की अध्यक्षता में राजग की बैठक में इस विषय पर चर्चा हुई और लोकसभा में विपक्ष की नेता सुषमा स्वराज ने इस विषय को उठाया.
बैठक के बाद भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि जदयू अगर गैर कांग्रेसवाद में विश्वास रखती है तो वह संसद के मानसून सत्र के दौरान सदन में समन्वय कायम करने में उसका साथ देगी.उन्होंने कहा कि जदयू का अलग होना हमें खला है, वह लम्बे समय तक हमारे साथ रहा है.
गौरतलब है कि मोदी को भाजपा चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाये जाने के बाद जदयू, राजग गठबंधन से अलग हो गया है. इसके बाद शरद यादव ने राजग के संयोजक पद से इस्तीफा दे दिया था.