नयी दिल्ली: नरेन्द्र मोदी को अपनी चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष नियुक्त करने से वोटों का ध्रुवीकरण होने से आशंकित भाजपा ने अल्पसंख्यक सशक्तिकरण के लिए एक दृष्टिकोण दस्तावेज लाने का निर्णय किया है ताकि अगले आम चुनावों तक इन समुदायों तक पहुंच बनायी जा सके.
इस दस्तावेज को तैयार करने की प्रक्रिया में भाजपा के उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी, पार्टी नेता शहनवाज हुसैन एवं अन्य शामिल हैं. नकवी ने कहा कि यह अल्पसंख्यकों के तुष्टिकरण का प्रयास नहीं है बल्कि यह उजागर करने का प्रयास है कि राजनीतिक दलों द्वारा वास्तविकता में उनका कैसे ‘‘शोषण’’ किया जा रहा है.
नकवी ने कहा, ‘‘हमारा दल इन समुदायों के तुष्टिकरण के बिना अल्पसंख्यकों का सशक्तिकरण चाहता है. इसका मतलब है उनका सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक विकास.’’ बहरहाल, मुख्य विपक्षी दल ने इस बात को खारिज कर दिया कि दृष्टिकोण दस्तावेज तैयार करने का यह प्रस्ताव मोदी को पार्टी की चुनाव अभियान समिति का अध्यक्ष बनाये जाने से भाजपा को होने वाले नुकसान की भरपायी करने के लिए लाया गया है.
नकवी ने कहा कि अल्पसंख्यकों का गुजरात में बड़े स्तर पर सशक्तिकरण किया गया है जहां 250 से अधिक मुस्लिमों को भाजपा के टिकट पर हाल के चुनाव में विभिन्न पदों पर चुना गया है. इसी प्रकार गोवा में कई विधायक अल्पसंख्यक समुदाय के हैं.