तिराना : अल्बानिया के लोग देश में आज संसदीय चुनावों के लिए अपना महत्वपूर्ण मत देंगे.
इन चुनावों से यह तय होगा कि यूरोप के इस गरीब देश को निकट भविष्य में यूरोपीय संघ में शामिल होने का मौका मिलेगा या नहीं.
अल्बानिया में दो दशक पहले साम्यवाद के पतन के बाद से निष्पक्ष चुनाव नहीं हो पाए हैं. ऐसे में अल्बानिया को यदि यूरोपीय संघ में शामिल होना है तो उसे अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतरने के लिए यह साबित करना होगा कि वह भी निष्पक्ष चुनाव करा सकता है.
हालांकि केंद्रीय चुनाव आयोग ने अपने सात में से उन तीन सदस्यों के स्थान पर नए सदस्य नियुक्त करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया है जिन्होंने कंसर्वेटिव प्रधानमंत्री सली बेरिशा के नेतृत्व वाले सत्तारुढ गठबंधन और एदी रामा के सोशलिस्ट पार्टी नीत विपक्ष के बीच एक विवाद के कारण अप्रैल में अपने पद से इस्तीफा दिया था.
चुनाव प्रचार के दौरान ही मत खरीदने और मतदाताओं के पंजीकरण में अनियमितताओं की खबरें सामने आ रही हैं. विश्लेषकों ने बेरिशा और रामा के दलों के बीच कड़े मुकाबले की संभावना जताई है.
अल्बानिया में आज चुनाव होगा जिसके प्रारंभिक नतीजे कल आने की उम्मीद है.