भुवनेश्वर : ओडि़शा सरकार ने राज्य के 16 जिलों में चक्रवात की संभावना के मद्देनजर अलर्ट जारी कर दिया है. तेनासेरिम तट और पडोस के अंडमान सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण चक्रवात का खतरा मंडरा रहा है. उप विशेष राहत आयुक्त प्रभात रंजन महापात्र ने कहा, हमने संभावित चक्रवात के लिए 16 जिलों के जिलाधिकारियों को अलर्ट रहने को कहा है और 14 अन्य जिलों के जिलाधिकारियों से उभरती स्थिति के प्रति सतर्क रहने को कहा है.
जिलाधिकारियों से यह भी कहा गया है कि वे इस बात को सुनिश्चित करें कि सभी सरकारी कर्मचारी अपनी तैनाती की जगह उपस्थित रहें. महापात्र ने कहा, जिलाधिकारियों से कहा गया है कि वे सभी कर्मचारियों की छुट्टी रद्द कर दें. उन्होंने कहा कि ओडिशा आपदा त्वरित कार्रवाई बल (ओडीआरएएफ) और दमकल सेवाकर्मियों से किसी भी परिस्थति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
इन जिलों को किया गया है अलर्ट
चक्रवात की संभावना को लकर गंजाम, गजपति, पुरी, खुर्दा, नयागढ, ढेंकनाल, कटक, जगतसिंहपुर, जाजपुर, केंद्रपाडा, भद्रक, बालेश्वर, मयूरभंज, क्योंझर, कोरापुट और मल्कानगिरि जिले को अलर्ट किया गया है. महापात्र ने कहा कि कोरापुट और मल्कानगिरि के अतिरिक्त राज्य के 14 अन्य जिले पिछले साल चक्रवात फैलिन से प्रभावित हुए थे.
मौसम विभाग की ओर से जारी बुलेटिन में कहा गया है, तेनासेरिम तट और पास के अंडमान सागर के पास कल बना कम दबाव का क्षेत्र दबाव के रुप में संघनित हो गया है और साढे आठ बजे सुबह उत्तर अंडमान सागर और उसके आस-पास गोपालपुर से तकरीबन 1380 किलोमीटर दक्षिण पूर्व में 11.50 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 95 डिग्री पूर्वी देशांतर के निकट केंद्रित था.
बुलेटिन में कहा गया है, यह पश्चिम-पश्चिमोत्तर दिशा में बढेगा तथा 24 घंटे के भीतर और सशक्त होगा और चक्रवातीय तूफान का रुप लेगा. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटे के दौरान आडिशा में एक या दो स्थानों पर बारिश या गरज के साथ छींटे पडने का अनुमान जताया है.
आईएमडी भुवनेश्वर के निदेशक एस सी साहू ने कहा, चूंकि कम दबाव का क्षेत्र राज्य तट से 1300 किलोमीटर दूर है इसलिए हमने मछुआरों के लिए कोई चेतावनी नहीं जारी की है.