नयी दिल्ली : सरकार ने शुक्रवार को बताया कि 31 जनवरी 2020 की स्थिति के अनुसार, देश भर में जन औषधि केंद्रों के माध्यम से एक रुपये की प्रति पैड की दर से सुविधा सैनिटरी नैपकिन के 1.27 करोड़ से अधिक पैड बेचे गये हैं. रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा ने राज्यसभा को एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी.
गौड़ा ने बताया कि एक रुपये प्रति पैड की दर से सुविधा पैड की मांग में भारी वृद्धि देखी गयी. यह मांग सामान्य मांग से पांच गुना अधिक है. मांग और आपूर्ति में स्थायी अंतर भी रहा. उन्होंने बताया कि 27 अगस्त 2019 से मांग 1.88 करोड़ पैड की और आपूर्ति 1.27 करोड़ पैड की रही है.
गौड़ा ने बताया कि बढ़ती मांग पूरी करने के लिए प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) की कार्यान्वयन एजेंसी भारतीय औषधि पीएसयू ब्यूरो (बीपीपीआई) ने प्रति वर्ष करीब आठ करोड़ पैड की खरीद के लिए तीन विक्रेताओं के साथ अनुबंध किया है. इसके तहत 3.10 करोड़ पैड की खरीद के आदेश जारी किये जा चुके हैं. बीपीपीआई के पास 18.16 लाख पैड का तैयार स्टॉक उपलब्ध है.