लाहौर/चंडीगढ़ : करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन से ठीक पहले पाकिस्तान ने एक वीडिया सॉन्ग जारी किया है. इस वीडियो में 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारे गये जरनैल सिंह भिंडरावाले, उसके सैन्य सलाहकार शाहबेग सिंह समेत तीन खालिस्तानी आतंकियों की तस्वीर शामिल है. इससे पाकिस्तान की वह छुपी हुई मंशा भी जाहिर हो गयी है, जिसको लेकर भारत की ओर से लगातार सवाल उठाये जाते रहे हैं. भारत विरोधी गतिविधियों के लिए अब उसने सिखों की धार्मिक भावनाओं से खेलने की नापाक साजिश की है जिससे पाकिस्तान का असली चेहरा सामने आ गया है.
खालिस्तानी आतंक को हवा देने के लिए पाकिस्तान ने भिंडरावाले को ‘हीरो’ की तरह प्रमोट कर रहा है. हालांकि भारत का ऐसा मानना है कि करतारपुर कॉरिडोर से दोनों देशों के बीच विश्वास बढ़ेगा और दोस्ती आगे बढ़ेगी. लेकिन पाकिस्तान के दोहरे रवैये को देखते हुए एजेंसियां पूरी तरह चौकन्नी नजर आ रहीं हैं. दरअसल, भारत सरकार बीस साल पहले से ही कॉरिडोर खोलने की मांग पड़ोसी मुल्क से करता आ रहा है लेकिन एक साल पहले इस प्रॉजेक्ट में पाक सेना ने जिस तरह से दिलचस्पी दिखायी, उससे शक पैदा होना लाजिमी है.
भारत की पैनी नजर
करतारपुर की आड़ में आतंकवाद को बढ़ावा देने की पाकिस्तानी मंशा पूरी नहीं होगी. यह बात भारत ने साफ तौर पर कही है. बताया जा रहा है कि करतारपुर कॉरिडोर के रास्ते खालिस्तानी आतंक को भड़काने की योजना पाकिस्तानी सेना ने इमरान खान के शपथ के पहले बना ली थी. यही वजह है कि कॉरिडोर खुलने से ठीक पहले 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार में मारे गये जरनैल सिंह भिंडरावाले, शाहबेग सिंह समेत तीन आतंकियों को पाकिस्तान ‘हीरो’ की तरह पेश कर रहा है ताकि सिख अलगाववाद को हवा दिया जा सके. गौर हो कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 9 नवंबर को करतारपुर साहिब गलियारा देश को समर्पित करेंगे. गुरु नानक देव का 550वां प्रकाश पर्व 12 नवंबर को मनाने की तैयारी चल रही है. करतारपुर गुरुद्वारे में गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम वर्ष बिताए थे जो बंटवारे के बाद पाकिस्तान की सीमा में चला गया.
भारत सरकार ने जतायी आपत्ति
इस सॉन्ग में तीन खालिस्तान आतंकियों को दिखाये जाने पर भारत सरकार ने आपत्ति जतायी है. सरकार ने पाकिस्तान से वीडियो से आपत्तिजनक सामग्री हटाने को कहा है. इस बीच, सूत्रों ने बुधवार को कहा कि पाकिस्तानी सेना करतारपुर कॉरिडोर प्रोजेक्ट का इस्तेमाल पंजाब में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए कर रही है. उन्होंने कहा कि यदि पाकिस्तान का इस प्रकार की कोई मंशा है, तो भारतीय सेना अपनी सुरक्षा से किसी प्रकार की समझौता नहीं करेगी. भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार से यह भी स्पष्ट करने को कहा कि क्या करतारपुर जाने के लिए पासपोर्ट की आवश्यकता होगी. इसके अलावा भारत ने आतंकी खतरे के इनपुट भी पाकिस्तान से साझा किये हैं और करतारपुर जाने वाले वीआइपी जत्थे को कड़ी सुरक्षा मुहैया कराने को कहा है. वहीं, पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कहा कि वीडियो गलियारे को खोलने में पाकिस्तान के गुप्त एजेंडे को दिखाता है. वीडियो में प्रतिबंधित खालिस्तानी समर्थक समूह ‘सिख फॉर जस्टिस’ का एक पोस्टर भी देखा गया, जो अपने अलगाववादी एजेंडा के तौर पर सिख जनमत संग्रह 2020 की मांग कर रहा है.
अमृतसर में लगा सिद्धू-इमरान का होर्डिंग, भाजपा बोली- वह पाक के एजेंट
करतारपुर कॉरिडोर को हकीकत में तब्दील करने के लिए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को ‘असली नायक’ बताने वाले कई होर्डिंग अमृतसर में लगे हैं. हालांकि, इस पर विवाद बढ़ने के बाद नगरपालिका के कर्मचारियों ने उतार दिये. होर्डिंग मंगलवार को सामने आये थे. होर्डिंग में इमरान खान के बगल में सिद्धू की तस्वीर भी दिख रही थी. इसमें गुरुमुखी में लिखा था, सिद्धू और इमरान खान करतारपुर कॉरिडोर को एक वास्तविकता बनाने के असली नायक हैं.. श्रेय उन्हें जाता है. इस पर भाजपा ने कहा कि सिद्धू पाकिस्तान के एजेंट हैं.
पाकिस्तान ने करतारपुर गलियारा खोले जाने के संबंध में विदेशी दूतों को दी जानकारी
इस्लामाबाद : पाकिस्तान ने बहुप्रतीक्षित करतारपुर गलियारा खोले जाने का राजनयिक स्तर पर प्रचार करते हुए इस्लामाबाद स्थित विदेशी दूतावासों/उच्चायोगों के प्रमुखों और उनके प्रतिनिधियों को इस संबंध में जानकारी दी. विदेश मंत्रालय के मुताबिक विदेश सचिव सोहेल महमूद ने पवित्र सिख गुरुद्वारे को खोलने की पाकिस्तान की पहल पर विशेष रूप से ध्यान आकर्षित कराने के लिए राजनयिकों को बुधवार को इस बारे में जानकारी दी. मंत्रालय ने कहा कि महमूद ने गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के शुभ अवसर पर करतारपुर साहिब गलियारा खोलने की देश के प्रधानमंत्री इमरान खान की ऐतिहासिक पहल पर प्रकाश डाला. विदेश सचिव ने रेखांकित किया कि पाकिस्तान ने यह कदम दुनिया भर के, विशेष कर भारत के सिख श्रद्धालुओं द्वारा लंबे समय से किए जा रहे अनुरोध को स्वीकार करने की दिशा में उठाया है. उन्होंने कहा कि करतारपुर साहिब गलियारे के अलावा भारत के सिख श्रद्घालु वाघा बॉर्डर से भी आएंगे.