नयी दिल्ली: आम आदमी पार्टी की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही है. एक तरफ दिल्ली में सरकार गठन को लेकर आप को कोई संभावना नजर नहीं आ रही तो दूसरी तरफ भडकाउ संदेशों वाले बैनर लागने के आरोप में भी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.दिल्ली की एक अदालत ने आम आदमी पार्टी के उन तीन सदस्यों को जमानत दे दी, जिन्हें विभिन्न समूहों के बीच वैमनस्य पैदा करने के लिए कथित रुप से भडकाउ संदेशों वाले बैनर लगाने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट शीतल चौधरी ने आम आदमी पार्टी की दिल्ली इकाई के सचिव दिलीप पांडेय, प्रकाशन और साजो सामान प्रभारी राम कुमार झा और डिजाइनर जावेद अहमद को जमानत पर छोडने का आदेश दिया.मजिस्ट्रेट ने कहा, ‘‘सभी आरोपियों को कुछ शर्तों के साथ जमानत दी गई है जैसे वह जांच पूरी होने तक जांच एजेंसी के साथ सहयोग करेंगे, वह अदालत की पूर्व अनुमति के बिना शहर छोडकर नहीं जाएंगे और जांच में दखल नहीं देंगे. इसके अलावा वह गवाहों को प्रभावित करने और सुबूतों से छेडछाड करने की कोशिश भी नहीं करेंगे.
इन लोगों को 30,000 रुपए का निजी मुचलका और इतनी ही प्रतिभूति राशि पर जमानत दी गई. पांडेय, अहमद और झा को 18 जुलाई को गिरफ्तार किया गया था. इनपर कांग्रेस के विधायकों के खिलाफ भडकाउ संदेशों वाले पोस्टर लगाने का आरोप था.यह पोस्टर तीन मुस्लिम कांग्रेसी विधायकों के विधानसभा क्षेत्रों में लगाए गए थे और इनमें उन्हें ‘‘समुदाय का गद्दार’’ बताया गया था. ऐसी अफवाहें थीं कि कांग्रेस विधायकों का एक दल दिल्ली में सरकार बनाने की सुगबुगाहट के बीच भाजपा सरकार का समर्थन करने को तैयार है.