नयी दिल्लीः विदेश मामलों के जानकार सुशांत सरीन ने कहा है कि वरिष्ठ पत्रकार वेद प्रताप वैदिक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दूत बनकर हाफिज सईद से मिले हैं. सुशांत ने यह भी कहा कि इस मुलाकात का कारण इंटरव्यू बताना गलत है, एक योजना के तहत वैदिक हाफिज से मिले.
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एक टीवी चैनल से पूछने पर कि क्या हाफिज से मिलना इतना आसान है, सुशांत ने कहा कि हाफिज से मिलने में कोई परेशानी नहीं है अगर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी सहमती दे. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में वैदिक का इंटरव्यू ऐसे ही नहीं हुआ, उनके पाकिस्तानी कांटेक्ट के जरीए इसे संभव बनाया गया.
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गौरतलब है कि वैदिक ने पाकिस्तान में दिये इंटरव्यू के दौरान कश्मीर को अलग राष्ट्र बनाने की बात कही थी. अब सवाल यह है कि अगर वैदिक मोदी के दूत बनकर पाकिस्तान गये जो क्या मोदी कश्मीर को भारत से अलग करने के पक्ष में हैं. इधर बीजीपी ने लोकसभा में इस बात को सीरे से काट दिया था कि वैदिक सरकार की ओर से हाफिज से मिले थे.
हालांकि अभीतक वैदिक ने और नाही भाजपा के कोई बडे नेता ने इस बात की पुष्टि नहीं की है कि वैदिक मोदी के दूत बनकर पाक गये थे या एक पत्रकार के हैसियत से. इस बात पर बहस अभी जारी है