नयी दिल्ली : गृह मंत्रालय के एक आला अधिकारी जब अरुणाचल प्रदेश के सुदूरवर्ती इलाके में औचक दौरे पर गये तो अपना मोबाइल फोन इस्तेमाल नहीं कर पाये, क्योंकि यह सीमा के दूसरी ओर से आ रहे चीनी दूरसंचार कंपनियों के ही सिग्नल पकड़ रहा था.
संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी ने बताया कि उन्हें पता चला कि देश के पूर्वोत्तर के इस इलाके में उपलब्ध भारतीय नेटवर्क के जरिए वह कोई कॉल नहीं कर सकते. अधिकारी ने दूरसंचार विभाग के सचिव को तीन पृष्ठ का एक पत्र लिख कर कहा कि अरुणाचल प्रदेश में चीनी सिग्नल मिलने का निजी अनुभव हुआ लेकिन मोबाइल कॉल करने के लिये कोई भी भारतीय सुविधा नहीं मिली.
पत्र में आरोप लगाया गया है कि निजी दूरसंचार ऑपरेटरों ने पूर्वोत्तर के ग्रामीण इलाके में दूरसंचार टावर नहीं लगाये हैं और यह भी दावा किया है कि चीनी दूरसंचार कपंनियों के प्रभाव के कारण इस तरह की सुविधाएं स्थापित नहीं करना चाहती खासकर भारत-चीन सीमा के पास.