अहमदाबाद : कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर द्वारा गठित एक संगठन गुजरात क्षत्रीय ठाकोर सेना ने कांग्रेस से अपने संबंध पर संजीदा होने का निर्णय लिया है और विधायक से पार्टी से इस्तीफा देने और 24 घंटे के भीतर अपना रूख स्पष्ट करने को कहा है. ऐसी अटकलें हैं कि ठाकोर कांग्रेस छोड़ सकते हैं क्योंकि वह स्थानीय पार्टी नेतृत्व से नाखुश हैं. हालांकि, वह पाटन लोकसभा सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे लेकिन कांग्रेस ने उनके बजाय पूर्व सांसद जगदीश ठाकोर को तवज्जो दी.
पार्टी ने साबरकांठा लोकसभा सीट से संगठन के एक सदस्य को टिकट देने की ठाकोर सेना की मांग को भी नजरअंदाज कर दिया.
संगठन के एक सदस्य जगत ठाकोर ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘मंगलवार देर रात यहां कोर समिति की बैठक के दौरान ठाकोर सेना ने कांग्रेस से नाता तोड़ने का प्रस्ताव पारित किया. निर्णय लेने से पहले हमने अल्पेश ठाकोर से सलाह-मशविरा नहीं किया.”
उन्होंने कहा, ‘‘बैठक के बाद हमने उनसे 24 घंटे के भीतर अपना रूख स्पष्ट करने को कहा है. अगर वह अभी भी कांग्रेस में रहना चाहते हैं तो उन्हें ठाकोर सेना छोड़नी होगी और अगर वह हमारे साथ रहना चाहते हैं तो उन्हें पार्टी और विधायक पद से इस्तीफा देना होगा.”
उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों के चयन सहित महत्वपूर्ण निर्णय लेने में कांग्रेस ठाकोर सेना की ‘अनदेखी’ कर रही है. संगठन के प्रमुख अल्पेश ठाकोर बैठक में उपस्थित नहीं थे. गुजरात में एक प्रमुख ओबीसी नेता के रूप में उभरने के बाद वह 2017 विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में शामिल हुये और पाटन जिले में राधानपुर सीट से चुनाव जीते थे.
ओबीसी नेता ने दावा किया उनका समुदाय और समर्थक ‘ठगा’ हुआ और ‘उपेक्षित’ महसूस कर रहे हैं. इस मामले में विधायक की प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी.