किरीबुरू : ओड़िशा के सुंदरगढ़ जिला के नक्सल प्रभावित सानिंद्रपुर गांव में शुक्रवार की रात डायन-बिसाही के आरोप में एक ही परिवार के पांच लोगों की कर दी गयी, जिसमें महिला और उसके चार बच्चे शामिल हैं. हत्या के बाद शवों को छिपाने के उद्देश्य से गांव के समीप एक कुएं में फेंक दिया गया था.
मृतकों में कुनी मुंडा (मां), मनी मुंडा (10), टेकल मुंडा (9), चमरा मुंडा (6) एवं एक वर्षीय बेटी शामिल हैं. घटना की खबर सुन गांव में दहशत के साथ-साथ ऐसे जघन्य हत्याकांड को अंजाम देने वाले अपराधियों के खिलाफ आक्रोश है. ओड़िशा पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच फायर ब्रिगेड की टीम के सहयोग से पांचों शवों को कुआं से निकाला.
इधर प्रशासन ने उच्चस्तरीय जांच के लिए मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में एक टीम का गठन कर दिया है. उल्लेखनीय है कि मृतका कुनी मुंडा ने अपने पहले पति की मौत के बाद एक साल पूर्व सानिंद्रपुर गांव निवासी सीधा मुंडा से दूसरी शादी कर अपने चारों बच्चों के साथ रह रही थी.
घटना वाले दिन महिला चारों बच्चों के साथ घर में थी तथा पति सीधा मुंडा घर से बाहर गया था, तभी योजनाबद्ध तरीके से कुछ लोगों ने कुनि मुंडा के घर घुस कर धारदार हथियार से हमला कर पांचों सदस्यों की हत्या कर दी. वहीं साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से शवों को गांव के एक कुआं में फेंक कर फरार हो गये.
मृतका का पति जब वापस घर लौटा तो देखा कि घर में जगह-जगह खून बिखरा पड़ा है तथा उसकी पत्नी व बच्चे गायब हैं. किसी अनहोनी के भय से वह घटना की सूचना कोईडा़ थाना पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गांव के छह संदिग्ध लोगों को हिरासत में लेकर सभी से पूछताछ की जा रही है.
घटना की वजह
पकड़े गये आरोपियों ने पुलिस को बताया है कि पिछले दिनों उसके घर-परिवार में एक व्यक्ति की बीमारी से मौत हो गई थी. तब यह बात सामने आयी थी कि उक्त महिला डायन है और उसने जादू-टोना कर उसे मार डाला है. इसी का बदला लेने के उद्देश्य से इस घटना को अंजाम दिया है.
- गांव के एक कुआं से बरामद किये गये सभी शव
- छह संदिग्ध हिरासत में लिये गये, पूछताछ जारी