गुरदासपुर : उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने सोमवार को करतारपुर साहिब गलियारे की आधारशिला रखी. सिख श्रद्धालुओं के लिए इस गलियारे के रास्ते पाकिस्तान स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारा दरबार साहिब जाना सुगम हो जायेगा.
गलियारे के निर्माण का फैसला 22 नवंबर को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने लिया था. गलियारे का निर्माण गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से अंतरराष्ट्रीय सीमा तक किया जायेगा. करतारपुर पाकिस्तान के पंजाब में नरोवाल जिले के शकरगढ़ में स्थित है. सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानकदेव ने अपने जीवन के 18 वर्ष यहां बिताये थे. करतारपुर साहिब गुरुद्वारा पाकिस्तान की सीमा से करीब तीन से चार किमी की दूरी पर रावी नदी के तट पर स्थित है. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि गलियारे का निर्माण कार्य चार महीने के भीतर पूरा हो जायेगा. कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल, हरदीप सिंह पुरी और विजय सांपला भी मौजूद थे. पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान पाकिस्तान की ओर करतारपुर गलियारे के निर्माण के लिए भूमि पूजन कार्यक्रम का उद्घाटन 28 नवंबर को करेंगे.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान के थलसेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर निशाना साधते हुए उन्हें राज्य में आतंकी गतिविधियों और सीमा पर भारतीय सैनिकों के मारे जाने के लिए जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि यह सभी को पता है कि पाकिस्तान में सेना की ही चलती है. उन्होंने कहा, हम शांति में विश्वास रखते हैं और यहां से शांति का संदेश दे रहे हैं, लेकिन उनके जनरलों को समझना चाहिए कि हमारी सेना बड़ी है और हम तैयार हैं. यह नहीं होना चाहिए, क्योंकि कोई भी युद्ध नहीं चाहता है. हम शांतिपूर्ण तरीके से विकास करना चाहते हैं.