नयी दिल्ली: कांग्रेस ने इशरत जहां मुठभेड मामले में खुफिया ब्यूरो के अधिकारियों पर मुकदमा चलाने की अनुमति देने से पहले इससे जुडे दस्तावेज सीबीआई से मांगने के गृह मंत्रालय के कदम को आज अनुचित बताया और कहा कि यह जांच एजेंसी की स्वायत्तता पर सवाल खडा करेगा.
वरिष्ठ पार्टी नेता एम वीरप्पा मोइली ने संसद परिसर में संवाददाताओं से कहा, ‘‘यह कदम पूरी तरह अनुचित है और इसकी जरुरत नहीं है क्योंकि यह जांच एजेंसी की स्वायत्तता पर सवाल खडा करेगा.’’ गृह मंत्रालय ने मामले के संबंध में कुछ दस्तावेज मांगे हैं. आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया गया कि बिना उचित विचार के मामले में कोई मंजूरी नहीं दी जाएगी. समझा जाता है कि सीबीआई इस बारे में कानूनी राय लेने की योजना बना रही है कि दस्तावेज गृह मंत्रालय को दिये जा सकते हैं या नहीं.
एजेंसी ने इशरत जहां कथित फर्जी मुठभेड मामले में विशेष निदेशक राजिंदर कुमार (अब सेवानिवृत्त) और तीन अन्य अधिकारियों पर मुकदमा चलाने के लिए गृह मंत्रालय से इजाजत मांगी है. इस मामले में जांच पूरी होने के बाद आरोपपत्र दाखिल किया जा चुका है.