मुंबई : शिवसेना नेता संजय राउत के मुताबिक राकांपा प्रमुख शरद पवार ने गोपीनाथ मुंडे को कांग्रेस में शामिल होने से उस वक्त मना किया था जब भाजपा के यह दिवंगत नेता नजरअंदाज किए जाने के चलते पार्टी छोडने की सोच रहे थे. पार्टी प्रवक्ता राउत ने शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ के परिशिष्ट ‘उत्सव’ में लिखे एक आलेख में कहा है, ‘‘पवार ने मुंडे से ऐसा कदम नहीं उठाने को कहा था.
उन्होंने उनसे यह भी कहा था कि उनकी मांगें स्वीकार कर ली जाएंगी.’’ सामना के एग्जक्यूटिव संपादक राउत ने कहा है कि मुंडे अपनी पार्टी में सहज महसूस नहीं कर रहे थे. उन्होंने पवार से संपर्क किया था और भाजपा छोडने तथा कांग्रेस में शामिल होने के सवाल पर उनसे परामर्श मांगा था. राउत ने कहा है, ‘‘पवार ने मुंडे से कहा..भाजपा आपकी सारी मांगें मान लेगी। पार्टी में बने रहिए.’’ पवार ने भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह को बगावत रोकने की सलाह दी थी.
गौरतलब है कि भाजपा में मुंडे के ‘बुरे दिनों’ पर चर्चा को पिछले हफ्ते तूल मिला, जब भाजपा के एक वरिष्ठ एमएलसी पांडुरंग फुंडकर ने कहा कि वह :मुंडे: अक्सर इस बात से नाराज रहते थे कि 2006 में उनके साले प्रमोद महाजन की मौत होने के बाद से पार्टी का एक धडा उनके पर कतरने की कोशिश करता रहा है. फुंडकर ने विधान परिषद में दावा किया था, ‘‘मुंडे एक समय कांग्रेस में शामिल होने की सोच रहे थे जो उन्हें केंद्र में मंत्री पद देने को तैयार थी.’’